बिलासपुर : छत्तीसगढ़ में बिलासपुर जिले की केंद्रीय जेल में बंद एक कैदी ने ओड़िशा के मुख्यमंत्री को धमकी भरा खत भेजकर 50 करोड़ रुपये की मांग की है. पुलिस ने कैदी से पूछताछ की है.
बिलासपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को यहां बताया कि केंद्रीय जेल में डकैती और हत्या जैसे गंभीर आपराधिक मामलों में सजा भुगत रहे एक कैदी ने ओड़िशा के मुख्यमंत्री को धमकी भरा पत्र लिखकर 50 करोड़ रूपए की मांग की है. रविवार को ओड़िशा पुलिस से बिलासपुर पुलिस को जानकारी मिलने के बाद पुलिस के अधिकारी जांच के लिए जेल पहुंचे. पूछताछ के बाद कैदी ने खुद को लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए पत्र लिखना स्वीकार कर लिया है. पुलिस मामले की गहन छानबीन कर रही है.
बिलासपुर जिले के पुलिस अधीक्षक आरिफ एच शेख ने बताया कि रविवार को ओड़िशा के अतिरिक्त महानिदेशक (खुफिया) की तरफ से उन्हें इस संबंध में पत्र प्राप्त हुआ था. इसके बाद उन्होंने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज चंद्राकर को जेल में जांच के लिए भेजा. जांच में सामने आया कि जांजगीर-चाम्पा निवासी पुष्पेंद्र नाथ चौहान नामक कैदी बिलासपुर जेल में वर्ष 2009 से डकैती और हत्या के गंभीर मामलों में सजा भुगत रहा है. पूछताछ करने पर उसने स्वीकार कर लिया है कि उसने ही ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को धमकी भरा पत्र लिखा था. कैदी ने बताया कि उसने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचने की गरज से यह पत्र लिखा था और 50 करोड़ रुपये की मांग की थी.
शेख ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में पुष्पेंद्र मानसिक रूप से बीमार लग रहा है. पुलिस मामले की गहन छानबीन कर आगे की कार्रवाई के लिए रिपोर्ट ओडिशा पुलिस को भेजेगी. पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुष्पेंद्र ने स्वीकार किया है कि उसने ओड़िशा के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था. उसने यह भी बताया कि वह पहले भी इस तरह के पत्र अन्य लोगों को लिखता रहता है. अधिकारी ने बताया कि कैदी पुष्पेंद्र की बातों से ऐसा लगता है वह मानसिक रूप से बीमार है. पुलिस मामले के सभी पहलुओं पर गंभीरता से जांच कर रही है. इधर, ओड़िशा के मुख्यमंत्री पटनायक को धमकी भरा पत्र लिखने के मामले को छत्तीसगढ़ के जेल प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. सोमवार को महानिदेशक जेल गिरधारी नायक भी बिलासपुर जेल पहुंचे.