नयी दिल्ली : कैबिनेट मंत्री स्मृति ईरानी के ‘स्नातक’ भी नहीं होने और उन्हें मानव संसाधन मंत्रलय देने को लेकर कांग्रेस द्वारा की गयी टिप्पणी को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए सरकार ने आज कहा कि कांग्रेस को ऐसी टिप्पणियां करने से पहले अपने अंदर झांक कर देख लेना चाहिए.केंद्रीय कानून, आईटी एवं संचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने इस बारे में संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा, ‘‘अगर कांग्रेस प्रवक्ता (अजय माकन) ने ऐसा कहा है तो यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.
स्मृति जिस तरह से हिन्दी और अंग्रेजी बोलती हैं और उनमें जिस तरह की नेतृत्व क्षमता है, देश उससे परिचित हो चुका है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके गुणों के कारण ही उन्हें यह पद दिया है. क्षमताओं का ध्यान रखकर ही उन्हें यह पद सौंपा गया है.’’ प्रसाद ने कांग्रेस के किसी नेता का नाम लिये बिना कहा कि ऐसी टिप्पणियां करने से पहले कांग्रेस को पहले अपने गिरेबां में झांककर देख लेना चाहिए.
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने आज कहा, ‘‘मोदी की क्या कैबिनेट है ? मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी तो स्नातक भी नहीं हैं.’’ माकन ने हैरत जताते हुए कहा कि जिस व्यक्ति ने अपनी शैक्षिक योग्यता के बारे में स्पष्ट रुप से जिक्र नहीं किया, उसे मानव संसाधन विकास मंत्रलय का प्रभारी कैसे बनाया जा सकता है. स्मृति स्नातक भी नहीं हैं. चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उनके हलफनामे को देखिये.