नयी दिल्ली : भारत को महिलाओं के लिये सबसे खतरनाक देश करार देने वाली रिपोर्ट को खारिज करते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने कहा कि यह रिपोर्ट सिर्फ और सिर्फ धारणा पर आधारित है.
इसमें किसी डेटा का सहारा नहीं लिया गया है. महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने ‘थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन’ की रिपोर्ट के संदर्भ में एक बयान जारी कर कहा, इस रिपोर्ट में भारत के सन्दर्भ में जो बात की गई है वो किसी रिपोर्ट या डेटा पर आधारित नहीं बल्कि एक सर्वेक्षण पर आधारित है.
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उसने कहा, फाउंडेशन गलत तरीके का इस्तेमाल कर इस दावे पर पहुंची है. यह रैंकिंग छह सवालों के जवाब के मुताबिक बनी धारणा पर आधारित है. गौरतलब है कि ‘थॉमसन रायटर्स फाउंडेशन’ की सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया है कि यौन हिंसा के बढ़े खतरे के कारण भारत महिलाओं के लिये विश्व का सबसे खतरनाक देश बन गया है.