नयी दिल्ली : भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शनिवार सुबह चीन और मंगोलिया की छह दिवसीय यात्रा पर रवाना हुईं. सुषमा चीन की विदेश मंत्री वांग यी के निमंत्रण पर चीन गयीं हैं. अपनी विदेश यात्रा के दौरान वह 4 दिन चीन में और 2 दिन मंगोलिया में बितायेंगी. सुषमा स्वराज शंघाई सहयोग संगठन में हिस्सा लेने के अलावा चीन की राजकीय यात्रा करेंगी. बताया जा रहा है कि इस यात्रा से चीन-भारत के बीच राजनीतिक विश्वास और रिश्ते मजबूत होंगे.
जानें किन मुद्दों पर होगी चर्चा
सुषमा चार दिवसीय दौरे पर 21 अप्रैल को चीन पहुंचेगी और 22 अप्रैल को अपने चीनी समकक्ष वांग यी के साथ उनकी मुलाकात होगी. मुलाकात के दौरान सुषमा और वांग यी 73 दिनों तक चले डोकलाम विवाद के कारण दोनों देशों के बीच आये तनाव को दूर करने के लिए चर्चा करेंगे. सुषमा स्वराज 24 अप्रैल को शंघाई सहयोग संगठन के विदेश मंत्री स्तर की बैठक में शिरकत भी करेंगी. वह चीनी हिंदी शोधार्थियों तथा विद्यार्थियों से भी मिलेंगी.
संगठन देश में ये हैं शामिल
शंघाई सहयोग संघठन के सदस्य देश चीन, कजाखस्तान, किर्गिजस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, उजबेकिस्तान, भारत और पाकिस्तान हैं. भारत और पाकिस्तान को संगठन में पिछले साल ही जगह मिली है. भारत-पाकिस्तान के शामिल होने के बाद यह विदेश मंत्रियों की पहली बैठक है. शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों की विदेश मंत्री परिषद का सम्मेलन 24 अप्रैल को पेइचिंग में आयोजित किया गया है.