भोपाल:मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनावों के तहत 10, 17 और 24 अप्रैल को तीन चरणों में 29 संसदीय सीटों पर हुए मतदान में किन्नरों ने उत्साह नहीं दिखाया और कुल 1073 किन्नर मतदाताओं में से मात्र 95 यानि 8.85 प्रतिशत ने ही अपने मताधिकार का उपयोग किया. प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से मिले आंकडों के अनुसार, प्रदेश में कुल 1073 किन्नर मतदाता हैं, जिनमें से इस चुनाव में केवल 95 ने ही वोट डाले. दस अप्रैल को नौ संसदीय क्षेत्रों में हुए प्रथम चरण के मतदान में 279 किन्नर मतदाताओं में से दो, सत्रह अप्रैल को दस संसदीय क्षेत्रों में हुए दूसरे चरण के मतदान में 420 में से 37 और 24 अप्रैल को शेष दस संसदीय क्षेत्रों में हुए तीसरे चरण के मतदान में 364 में से 56 किन्नरों ने ही वोट डाले.
प्रदेश के 29 संसदीय क्षेत्रों में कुल चार करोड 80 लाख मतदाताओं में से इन तीन चरणों में दो करोड 96 लाख 8839 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। पिछले लोकसभा चुनाव-2009 में तीन करोड 80 लाख मतदाताओं में से लगभग एक करोड 94 लाख 87 हजार 254 मतदाताओं ने वोट डाले थे. मध्यप्रदेश के कुल मतदाताओं में से पुरुष मतदाताओं की संख्या दो करोड 52 लाख 90307 थी, जिनमें से एक करोड 67 लाख 3386 मतदाताओं ने इन तीन चरणों में मतदान किया। इसी तरह दो करोड 28 लाख एक हजार 637 महिला मतदाताओं में से एक करोड 28 लाख 86724 महिलाओं ने मतदान में हिस्सा लिया। इस प्रकार 66.05 प्रतिशत पुरुष और 56.52 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने मतदान किया.
इन्दौर संसदीय एक ऐसा क्षेत्र है, जहां प्रदेश में सबसे अधिक मतदाता 21 लाख 14092 मतदाताओं में से 13 लाख 16044 ने अपने मताधिकर का उपयोग किया है. दूसरे क्रम में भोपाल संसदीय क्षेत्र रहा, जहां 19 लाख 55 हजार 379 मतदाताओं में से 11 लाख 29930 मतदाताओं ने वोट डाले.तीसरे क्रम पर मंडला संसदीय क्षेत्र रहा, जहां 18 लाख 24212 मतदाताओं में 12 लाख 16859 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। ग्वालियर संसदीय क्षेत्र के 18 लाख 73658 मतदाताओं में से नौ लाख 87912 ने मतदान के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है.