गुरुग्राम : गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल के दूसरी कक्षा के छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या के सिलसिले में केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा 16 वर्षीय छात्र के पकड़े जाने के बाद बस कंडक्टर अशोक कुमार के परिवार ने उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने का निर्णय किया है जिन्होंने उसे फंसाया था. मामला हरियाणा पुलिस और स्कूल प्रशासन के गले की फांस बन सकता है. शुक्रवार को मामले को लेकर अशोक के वकील मोहित वर्मा ने कहा कि जैसे ही क्लोजर रिपोर्ट आएगी हम अशोक के बेल की याचिका दायर करेंगे. उसके बाहर आने पर हम पुलिस और स्कूल के खिलाफ केस करेंगे.
आपको बता दें कि छात्र की हत्या के मामले में शुरू में पुलिस ने अशोक को गिरफ्तार किया था. अशोक के पिता अमीरचंद ने बताया कि यह अब लगभग स्पष्ट हो चुका है कि मेरे बेटे अशोक को फंसाया गया और बलि का बकरा बनाया गया. हमने गुडगांव पुलिस के विशेष जांच दल के अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कराने का निर्णय किया है. इन अधिकारियों ने उसे फंसाया और मीडिया के समक्ष अपराध स्वीकार करने के लिए टार्चर किया तथा नशे का डोज दिया. अमीर ने कहा कि उनके परिवार ने केस दर्ज करने के लिए गांव वालों से आर्थिक सहायता मांगी है.
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विपक्षी दल के निशाने पर खट्टर सरकार
विपक्षी दल ने भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर पुलिस जांच में नाकामी के लिए हमला बोला है. पूर्ववर्ती हुडा सरकार के मंत्री अजय यादव ने तीन डीसीपी तथा विशेष जांच दल के सदस्यों के खिलाफ गहन जांच की मांग की है जिसने गरीब कंडक्टर को बलि का बकरा बनाया था. हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक तंवर ने बताया कि यह खट्टर सरकार की विफलता है.
प्रद्युम्न ठाकुर का संबंध बिहार से
प्रद्युम्न ठाकुर का संबंध बिहार के मधुबनी जिले से है. प्रद्युम्न के गांव के लोगों ने उसे चार साल पहले तब देखा था, जब वह अपने परिवार के साथ मुंडन के लिए आया था. उसी समय की याद गांव के लोगों में ताजा है. तब उसकी बोली तोतली थी. वह स्कूल भी नहीं जाता था. जब वह तोतली बोली में ताता- ताता (दादा-दादा ) करता था, तो लगता था कि पूरी दुनिया की खुशी परिवार को मिल गयी हैं.