3.15 PM : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दहेज में जनसभा को संबोधित करते कहा कि सागरमाला परियोजना से ही अकेले एक करोड़ नौकरियों का सृजन होगा. उन्होंने कहा कि जैसे रोड पर जाम लगता है वैसे समुद्र में भी जहाज से जाम लगता है, इसके लिए काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में समुद्र के जरिये आर्थिक क्रांति होगी. प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्लू इकोनॉमी बढ़ेगी, जिसमें इकोनाॅमी एवं इकोलॉजी का सम्मिश्रण होगा. उन्होंने कहा कि कोई तो वजह होगी कि आपको जल्दी पासपोर्ट आसानी से मिल जाता है, इनकम टैक्स के लिए महीनों इंतजार नहीं करना होता है और तुरंत गैस सिलिंडर मिल जाता है. उन्होंने कहा कि हमने कार्य संस्कृति बदली है. मोदी ने कहा कि गुजरात में आपलोगों ने जो सिखाया है, वह दिल्ली में बहुत काम आ रहा है. मैं खोज-खोज कर फाइलें निकलवा रहा हूं. हम ईमानदारी का वातावरण देने के लिए काम कर रहे हैं. जीएसटी से जुड़ने वाले व्यापारियों क संख्या लगातार बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था मजबूत है और जीएसटी के फायदे हो रहे हैं.
2.50 PM :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रो-रो फेरी सर्विस से घोघा से दहेज पहुंचे. वहां वे एक जनसभा को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह प्रयास गुजरात के विकास के लिए सरकार के प्रयास का जीता-जागता उदाहरण है. उन्होंने कहा कि इन्फ्रस्ट्रक्चर, रेलवे, रोड के लिए काम किये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली-मुंबई कॉरीडोर का लाभ भी इस क्षेत्र की जनता को मिलेगा. उन्होंने कहा कि रो-रो फेरी सर्विस परियोजना दूसरे राज्यों के लिए भी एक मॉडल की तरह काम करेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जल परिवहन के क्षेत्र में भारत आज से नहीं सदियों से दूसरे देशों से कहीं आगे रहा है. इस तकनीक में हम आगे रहे हैं. गुलामी की बेड़ियों में हम अपनी यह कला भूलते गये. उन्होंने कहा कि रोड परिवहन 55 प्रतिशत, रेलवे परिवहन 35 प्रतिशत जबकि जल परिवहन पांच से छह प्रतिशत है. जबकि दूसरे देशों में यह 30 प्रतिशत है. यही हमारी सच्चाई है यही चुनौती है. उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था का लाजिस्टिक हिस्सा 18 प्रतिशत का है. गरीब को जिन चीजों की जरूरत होती है, वे महंगी हो जाती हैं. हम जल परिवहन को प्रोत्साहित कर जन सामान्य की चीजों को सस्ती कर सकते हैं.
भावनगर/घोघा : प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी आज गुजरात दौरे पर पहुंचे हैं. वे यहां घोघा में समुद्र में रो-रो फेरी सर्विस की शुरुआत करेंगे. यह फेरी सर्विस सौराष्ट्र को दक्षिण गुजरात से जोड़ेगी. प्रधामनंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए विकास कार्यों का जिक्र किया. इस दौरान उन्होंने पूर्व की यूपीए सरकार पर बड़ा आरोप लगाया. प्रधामनंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि तब बापी से लेकर कच्छ के मांडवी तक विकास पर पूरा प्रतिबंध लगा दिया गया था. हमारी सारी इंडस्ट्री को पर्यावरण के नाम पर ताले लगाने की धमकी दी थी. लेकिन, दिल्ली में जब आप सबने मुझे सेवा करने का मौका दिया तो एक के बाद एक परेशानी दूर हो गयी. प्रधानमंत्री फेरी सर्विस से स्वयं यात्रा करेंगे और इस दौरान उनके साथ 100 दिव्यांग बच्चे होंगे. यात्रा के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमभी पेश किये जायेंगे.
आज राज्य के दौरे पर पहुंचने पर भावनगर में राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपानी एवं उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने हवाई अड्डे पर उनकी आगवानी की. 615 करोड़ रुपये की रो-रो फेरी सर्विस परियोजना से घोघा व दहेज की बीच की दूरी 310 किमी से घटकर 31 किमी हो जायेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बड़ौदा भी जायेंगे जहां वे 1140 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे.
उन्होंने कहा कि यह विवाद का विषय है कि मनुष्य ने पहले तैरना सीखा था या पहिया बनाया था. लेकिन, दोनों का उपयोग परिवहन के लिए होता है. उन्होंने कहा कि सड़क मार्ग पर जिस परिवहन के लिए डेढ़ रुपये लगता है, उसी के लिए ट्रेन पर एक रुपये लगता है, लेकिन जलमार्ग पर 20 से 30 पैसे लगते हैं.
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उन्होंने कहा एक फेरी 100 से ज्यादा ट्रकें, 100 ज्यादा कारें अपने साथ लेकर जा सकती हैं. उन्होंने कहा कि फेरी सर्विस का उपयोग बढ़ने से इसका असर सड़क परिवहन पर पड़ेगा, गाड़ियों की संख्या कम होगी, उनकी रफ्तार बढ़ेगी और यह यहांके इकोनॉमी सिस्टम को टॉप गियर में ले जा सकती है. उन्होंने कहा कि घोघा-दहेज सर्विस से 307 किलोमीटर की दूरी 31 किलोमीटर में बदल जायेगी.
प्रधामनंत्री ने कहा कि मैं जब मुख्यमंत्री बना तो इसकी खोज-खबर ली. पहले की सरकार ने संरचनात्मक गलतियां की थी कि यह सर्विस हो नहीं हो सकती थी. जिसे फेरी चलानी थी उनसे कहा जाता था कि आप ही टर्मिनल बनाओ.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सवाल उठाया कि बस चलाने वाले को हम कहते हैं कि तुम्हीं रोड बनाओ. यह काम तो सरकार करती है. पुरानी सरकार के फैसलों को बदल दिया. हमने तय किया कि फेरी सर्विस के लिए टर्मिनल बनाने का काम सरकार करेगी और फेरी चलाने का काम एजेंसियों को दिया जायेगा.
बदली हुई रणनीति के तहत सरकार ने यह भी तय किया कि मिट्टी उठाने के काम का खर्चा सरकार उठायेगी. इससे प्राइवेट एजेंसी को जो लाभ होगा उसमें सरकार को भी हिस्सा मिलेगा. उन्होंने कहा कि 2011 में इसका शिलान्यास किया था.
प्रधानमंत्री ने इस परियोजना में आने वाली दिक्कतों का उल्लेख करते हुए कहा कि वरुण देव ने भी हमारी परीक्षा ली, लेकिन इतिहास गवाह रहा है कि संकट आने पर समुद्र मंथन से ही अमृत निकला है. उन्होंने कहा कि वीर मोखड़ा जी दादा को नमन करता हूं. जैसे मछुआरे भाई उन्हें नारियल चढ़ा कर आगे बढ़ते हैं मैं भी उसी परंपरा के अनुसार, नारियल चढ़ा कर आगे बढ़ूंगा, ताकि उनका आशीर्वाद हम पर बना रहे.
प्रधामनंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह प्रोजेक्ट गुजरात सरकार व इंजीनियरों के लिए चुनौती थी. गुजरात में सबसे बड़ा समुद्री फ्रंट है. 1600 किलोमीटर से भी ज्यादा लंबा समुद्र तट है. लोथल से निकली जानकारियां लोगों को अचंभित करती हैं. मैंने गुजरात के कोस्टल इलाके में आधारभूत संरचना पर ध्यान दिया. एसइजेड बनाया, छोटे एयरपोर्ट को बढ़ावा दिया. उन्होंने कहा कि इस फेरी सर्विस से रोजगार के नये अवसर सृजित होंगे.
#WATCH PM Modi at the launch of RO-RO ferry service and other projects in Ghogha, Gujarat https://t.co/fpcpdIwKCG
— ANI (@ANI) October 22, 2017
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डेढ़ महीने में यह पांचवी गुजरात यात्रा है. अक्तूबर में उनकी यह तीसरी यात्रा है. इससे पहले वे सात एवं आठ अक्तूबर एवं 16 अक्तूबर को राज्य के दौरे पर थे. और, सितंबर में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के दौरे के दौरान 13 व 14 सितंबर को वे राज्य में थे, जबकि 17 सितंबर को वे अपने जन्मदिन के मौके पर सरदार सरोवर बांध का उदघाटन करने राज्य के दौरे पर आये थे.