मुंबई : प्रद्युम्न हत्याकांड में बंबई हाइकोर्ट ने रेयान समूह के सीइओ रेयान पिंटो और उनके माता-पिता (समूह के संस्थापक अध्यक्ष ऑगस्टिन पिंटो और प्रबंध निदेशक ग्रेस पिंटो) की अग्रिम जमानत की याचिका पर सुनवाई करते हुए उन्हें गुरुवार तक की राहत दे दी. इससे पहले मंगलवार को भी हाइकोर्ट ने एक दिन की राहत दी थी. गिरफ्तारी से बचने के लिए रेयान समूह के मालिकों ने बंबई उच्च न्यायालय में ट्रांजिट अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की थी.
इससे पहले प्रद्युमन के पिता ने बंबई उच्च न्यायालय में रेयान इंटरनेशनल समूह के न्यासियों की अग्रिम जमानत याचिका का बुधवार को विरोध किया. न्यायमूर्ति अजय गडकरी के समक्ष बुधवार को जब ये याचिकाएं सुनवाई के लिए आयीं, तो वकील सुशील टेकरीवाल ने अदालत को बताया कि प्रद्युमन के पिता बरुण ठाकुर जमानत याचिकाओं में हस्तक्षेप कर उनका विरोध करने के लिए अर्जी दाखिल कर रहे हैं. टेकरीवाल ने कहा कि अर्जी उच्च न्यायालय की रजिस्ट्री में दाखिल की जायेगी. इस पर न्यायमूर्ति गडकरी ने पिंटो परिवार की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई दोपहर में करना तय किया.
ठाकुर ने अपने आवेदन में कहा है कि वह इस मामले में शिकायतकर्ता हैं और न्यासियों की याचिकाओं का विरोध सबसे कड़े तरीके और शब्दों में करते हैं, क्योंकि यह मामला दुलर्भ से दुलर्भतम की श्रेणी में आता है जहां रेयान इंटरनेशनल स्कूल के परिसर में बिना किसी उकसावे के क्रूर, पैशाचिक, सोची-समझी चाल के तहत, वीभत्स, शैतानी, अक्षम्य हत्या हुई है. गुड़गांव स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल के शौचालय में आठ सितंबर को प्रद्युमन की गला रेत कर हत्या कर दी गयी थी. पुलिस ने इस संबंध में स्कूल के 42 वर्षीय बस कंडक्टर अशोक कुमार को गिरफ्तार किया है. उसका कहना है कि कुमार ने बच्चे के यौन शोषण का प्रयास किया और विरोध करने पर चाकू से उसकी हत्या कर दी.
प्रद्युम्न के पिता ने सीबीआइ जांच की मांग करते हुए कहा कि वे पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं हैं. अभी तक इस सवाल का जवाब नहीं मिला है कि बस कंडक्टर के पास चाकू कहां से आया. वह बाथरूम में चाकू साफ करने क्यों गया था. इस हत्याकांड की जांच कर रही गुरुग्राम पुलिस की एक टीम मुंबई पहुंची हुई है. रेयान ग्रुप के मुख्यालय पर पुलिस की जांच जारी है.
उधर, इस हत्याकांड में रेयान इंटरनेशनल स्कूल मैनेजमेंट पर हरियाणा पुलिस का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है. हरियाणा सरकार द्वारा गठित तीन सदस्यीय टीम ने अपनी जांच में रेयान स्कूल में भयंकर कमियां पायी हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, रेयान इंटरनेशनल स्कूल के सीसीटीवी कैमरे खराब पाये गये हैं. जांच में यह भी पाया गया कि ड्राइवर और कंडक्टर छात्रों के बाथरूम का इस्तेमाल करते हैं. इसके साथ ही यह पाया गया कि स्कूल की चाहरदीवारीटूटी हुई थी, जिससे स्कूल के अंदर आना-जाना बेहद आसान था. स्कूल में काम करनेवाले कर्मचारियों का किसी भी तरह का कोई पुलिस वेरिफिकेशन नहीं हुआ था. गुरुग्राम के डीसी ने यह रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेज दी. शिक्षा विभाग अब इस रिपोर्ट के आधार पर स्कूल को नोटिस भेजने की तैयारी में है.