अहमदाबाद :गुजरात में प्रतिष्ठा का सवाल बन गये राज्यसभा चुनाव के लिएवरिष्ठकांग्रेस नेता व पार्टीप्रमुख सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल ने अपनी पूरीऊर्जा झोंक दी है. अहमद पटेल इस सीट से स्वयं उम्मीदवार हैं. उन्होंने आजशरद पवार की पार्टीएनसीपी से इस मामले में दो टूक बात की है. अहमद पटेल ने कहा है कि मैंने उन तक अपना संदेश पहुंचा दिया है कि वे समर्थन का एलान करें और इसके लिए व्हीप जारी करें.
अहमद पटेल ने कहा कि उन्हें अपने विधायकों पर पूरा भरोसा है. मालूम हो कि गुजरात में कांग्रेस के छह विधायकों के पार्टी छोड़ जाने के बादअबभी 51 विधायक बचे हैं. जीत के लिए 47 विधायकों का वोट चाहिए. कांग्रेस के 44 विधायकों को कांग्रेस ने बीते कुछ दिनों से बेंगलुरु में एक रिजार्ट में रख रखा था. वे विधायक आज ही सुबह वोटिंग के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अहमदाबाद लौटे हैं. कल गांधीनगर विधानसभा में राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है. तीन सीटों के लिए हो रहे चुनाव में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी उम्मीदवार हैं. वहीं तीसरी सीट से कांग्रेस के बागी व भाजपा के उम्मीदवार बलवंत सिंह राजपूत व अहमद पटेल में मुकाबला है.
जरूर पढ़ें : अहमद पटेल का गुजरात से राज्यसभा के लिए चुना जाना कितना मुश्किल हो गया है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की आक्रामक राजनीति पर पलटवार करते हुए अहमद पटेल ने आज कहा कि सिर्फ कांग्रेस मुक्त भारत उनका मैसेज नहीं है. वे एससी-एसटी आरक्षण को खत्म करना चाहते हैं, वो अल्पसंख्यक मुक्त लोकसभा व राज्यसभा चाहते हैं. अहमद पटेल ने कहा है कि हमारे पास 16 अतिरिक्त वोट थे, उसके बावजूद भाजपा ने राज्यसभा चुनाव में अपना कंडिटेड दिया. इसका मतलब स्पष्ट है कि वे हॉर्स ट्रेडिंग करना चाहते हैं.