जम्मू: पाकिस्तान अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहा है. आज सुबह करीब 8:45 बजे पाकिस्तानी सैनिकों ने बीजी सेक्टर में गोलाबारी की जिसका जवाब भारतीय जवानों ने दिया. इससे पहले पाकिस्तानी सेना ने मंगलवार को राजौरी और पुंछ जिलों के चार सेक्टरों में संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए रिहायशी इलाके और भारतीय सुरक्षा चौकियों को निशाना बनाया. पाकिस्तानी सेना ने मोर्टार से गोले दागे और भारी गोलाबारी की, जिसमें सेना के दो जवान शहीद हो गये.
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वहीं, पाकिस्तान की गोलीबारी में राजौरी के नौशेरा सेक्टर में तीन स्कूलों के लगभग 217 बच्चे और 15 शिक्षक करीब आठ घंटे तक फंसे रहे. मोर्टार इन स्कूलों की छत और आसपास गिरे. हालांकि, सेना ने सभी को सुरक्षित बचा लिया. राजौरी के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने बताया कि मध्य विद्यालय कलाडी के 12 बच्चे, सरकारी हाइस्कूल भवानी के 55 बच्चे और सरकारी हाइस्कूल सेहर से 150 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. मोर्टार और गोलीबारी से सैर स्कूल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है. मोर्टार के गोले जहां गिर रहे थे, वहां से महज कुछ मीटर की दूरी से बच्चों को निकाला गया. करीब 250 लोगों को मोर्टार का निशाना बनने से बचाया गया. अब नौशेरा और मंजाकोट के सभी स्कूलों को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है. 150 से ज्यादा छात्रों को कैंप में भेज दिया गया है और अन्य को उनके अभिभावकों को सौंप दिया गया है.
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चौधरी ने बताया कि स्कूल काफी ऊंचाई पर स्थित है, जिससे छात्रों को सुरक्षित बाहर निकालने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. पाकिस्तान की अंधाधुंध गोलाबारी के दौरान बुलेट प्रूफ वाहनों में छात्रों को बाहर निकाला गया. सेहर स्थित हाइस्कूल से छात्रों को बाहर निकालने के लिए तीन बुलेट प्रूफ गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया. पाकिस्तानी सेना ने कलसियान, सेहर, बहवानी, नंब और झांगर गांवों को निशाना बनाया, जिससे यहां के लोग भयभीत हैं.