हैदराबाद: पूरी तरह से महिलाओं द्वारा संचालित भारतीय महिला बैंक (बीएमबी) की आज यहां 19वीं शाखा खोली गयी. बैंक की एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि वित्तवर्ष 2014-15 में बैंक की 55 से 60 शाखाएं खोली जाएंगी. अधिकारी ने बताया कि इस साल के 31 मार्च तक बीएमबी की 23-24 शाखाएं खुल जाएंगी, जबकि अगले वित्तवर्ष में देशभर में 55 से 60 शाखाएं खोली जायेंगी.
भारतीय महिला बैंक की चेयरपर्सन एवं प्रबंध निदेशक उषा अनंतसुब्रमण्यम् ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘रिजर्व बैंक के दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रस्तावित 80 में से 20 शाखाएं देश के ग्रामीण इलाकों में खोली जाएंगी.’’ भारतीय महिला बैंक पिछले साल नवंबर में शुरु हुआ था. अनंतसुब्रमण्यम् ने कहा कि इस बैंक को एक प्रमुख ब्रांड के तौर पर विकसित करने की आवश्यकता है.
अनंतसुब्रमण्यम् ने कहा, ‘‘हमें इसे ब्रांड बनाने की आवश्यकता है, इसे विशेष रुप से महिलाओं की सभी बैंकिंग एवं वित्तीय सेवाओं की पूर्ति के लिये स्थापित किया गया. बैंक को समावेशी और सतत विकास के लिये महिला स्वयं सहायता समूह, निम्न एवं मध्यम वर्ग की महिलाओं से लेकर धनी और उच्च वर्ग की महिलाओं विभिन्न वित्तीय उत्पादों की आवश्यकताओं का पूरा करना है.’’ बैंक ने महिलाओं के लिये दैनिक देखभाल केंद्रों की स्थापना के लिये एक विशेष रिण उत्पाद तैयार किया है. बैंक ने रिण गारंटी कोष ट्रस्ट के तहत सूक्ष्म और लघु उद्यमों के लिये एक करोड रपये तक का गारंटी मुक्त रिण की भी पेशकश की हे. वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने पिछले साल के बजट में महिला बैंक की स्थापना के लिये 1,000 करोड रपये की पूंजी को मंजूरी दी थी.