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Chanakya Niti: जानें आपको किन बातों को दूसरों से छिपाकर रखना चाहिए, वरना लोग उठा सकते हैं इसका फायदा

Chanakya Niti: चाणक्य के अनुसार अगर जीवन में कुछ बातों को ध्यान में रखा जाए तो कई परेशानियों बहुत ही आसानी से बचा जा सकता है.

Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य ने अपने ग्रंथ नीति शास्त्र में धर्म, राजनीति, समाज, धन जैसे विभिन्न विषयों के बारे में काफी बताया है. आचार्य चाणक्य ने यह भी बताया है कि किसी व्यक्ति को किन बातों को अपने पास तक ही सीमित रखना चाहिए लोगों को इके बारे में कभी भी नहीं बताना चाहिए जानें किन बातों को दूसरों के साथ शेयर करने से बचना जरूरी है.

आचार्य चाणक्य ने चाणक्य नीति में मनुष्य के जीवन से संबंधित बातों का जिक्र किया गया है. साथ ही समाज में किए जने वाले व्यवहार के संबंध में भी बताया है. चाणक्य के अनुसार अगर जीवन में कुछ बातों को ध्यान में रखा जाए तो कई परेशानियों बहुत ही आसानी से बचा जा सकता है. और सुखी जीवन व्यतीत किया जा सकता है. चाणक्य नीति में कुछ ऐसी बातें भी बताई गई हैं जिनका दूसरों से जिक्र नहीं करना चाहिए. ऐसा करने पर जीवन में अपमान और नुकसान दोनों ही उठाना पड़ सकता है. जानें आपको सामजिक या दोस्तों या फिर अपने हमदर्दों को किस तरह की बातें नहीं बतानी चाहिए.

परिवार के अंदर की कलह

अपने परिवार के अंदर की किसी प्रकार की कलह कभी भूलकर भी दूसरों को नहीं बतानी चाहिए. घर की बातों का जिक्र किसी के साथ नहीं करना चाहिए भले भी कोई भी इंसान आपका कितना भी बड़ा हमदर्द हो या बहुत ही अच्छा दोस्त हो. इससे आपको अपमान का सामना तो करना ही पड़ता है, साथ ही समय आने पर लोग आपके रिश्तों में दरार का अनुचित लाभ उठा सकते हैं.

दांपत्य जीवन की निजी बातें

चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति को गलती से भी अपने दांपत्य जीवन की बातें किसी ओर से शेयर नहीं करनी चाहिए. पति पत्नी के बीच की बातचीत खुद तक ही सीमित रखनी चाहिए. खासकर तब जब आपके और आपकी जीवनसाथी के बीच किसी प्रकार का झगड़ा हो. किसी तीसरे इंसान के साथ भूलकर भी अपने जीवन साथी के साथ ही बातों का जिक्र नहीं करना चाहिए. इससे आपको आगे चलकर मान-सम्मान की हानि उठानी पड़ती है. आपके रिश्ते में दरार भी आ सकती है.

दुखों को जाहिर न करें

चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति को कभी भी किसी के सामने अपने दुखों को जाहिर नहीं करना चाहिए. इससे लोगों को आपकी कमजोर के बारे में पता चल जाएगा और वे भविष्य में आपके कार्यों में बाधा डाल सकते हैं. या आपका फायदा उठा सकते हैं.

किसी अपमान का जिक्र

चाणक्य नीति कहती है कि अगर कहीं पर आपका अपमान हुआ हो तो भूलकर भी इसका जिक्र किसी के सामने नहीं करना चाहिए. इससे आपको उपहास का पात्र बनना पड़ सकता है. जिन लोगों से आप ये बातें कहेंगे वे खुद इसका फायदा उठा सकते हैं.

अपने अंदर की नकारात्मक बातें

चाणक्य नीति के अनुसार हर व्यक्ति के अंदर कुछ नकारात्मक चीजें होती हैं. ये चीजें व्यक्ति के स्वभाव में होती हैं. चाणक्य नीति के अनुसार अपने अच्छाई और बुराईयों के बारे में सही से जानकारी होनी चाहिए. अपने नकारात्मक पक्ष के बारे में कभी किसी को नहीं बताना चाहिए.

अपना कमजोर पक्ष

हर व्यक्ति का कोई न कोई कमजोर और मजबूत पक्ष होता है. लेकिन दूसरों के सामने अपनी कमजोरी या कमजोर पक्ष कभी भी जाहिर नहीं करनी चाहिए. इससे व्यक्ति दूसरों की नजरों में कमजोर बनता है. जिसका लोग फायदा उठा सकते हैं.

अपने कार्यक्षेत्र की योजना और जरूरी बातें

चाणक्य नीति के अनुसार अपने कार्य की जरूरी बातें और अपने कार्य के प्लान का जिक्र किसी अन्य व्यक्ति से नहीं करना चाहिए. इससे आपको कार्यक्षेत्र में नुकसान उठाना पड़ सकता है. ऐसा करने पर सफलता पाने की संभावना कम हो जाती है. इसलिए हमेशा कार्य पूर्ण होने के बाद ही किसी को बताना चाहिए.

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