मुंबई : जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करते हुए आखिरकार तमिलनाडु की मुख्यमंत्री व एआइडीएमके प्रमुख जे जयललिता ने सोमवार की रात दम तोड़ दिया. उन्होंने रात 11:30 बजे अंतिम सांस ली और उसके बाद उनका लाइफ सपोर्ट सिस्टम हटा लिया गया. वह गत 22 सितंबर से अपोलो अस्पताल में भरती थीं. रविवार की शाम गंभीर दिल का दौरा पड़ा था.
जयललिता जयराम दक्षिण और भारत की राजनीति में अपना दबदबा कायम करने से पहले एक अभिनेत्री के रुप में अपना लोहा मनवां चुकीं थीं. उन्होंने हिंदी फिल्मों में भी अपने अभिनय का जलवा दिखाया. उनकी एक मात्र हिंदी फिल्म ‘ इज्ज़त ‘ थी. जिसमें उन्होंने झुमकी का किरदार बखूबी निभाया. फिल्म में धर्मेन्द्र और तनुजा ने लीड रोल निभाया था.
धर्मेन्द्र ने उनके निधन पर शोक जताया है. एक टीवी चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जयललिता एक अच्छी नेत्रीं थीं. उनका स्वभाव कभी नहीं बदला. धर्मेंद्र ने कहा कि मैं उन्हें ज्यादा पसंद करता हूं जो किसी मुकाम पर पहुंचकर भी अपने स्वभाव में बदलाव नहीं लाते हैं. वह कड़ी मेहनत करके ऊंचाई तक पहुंची थीं.
धर्मेन्द्र ने कहा कि उनको एक मौका भगवान ने दिया और वह एक के बाद एक सीढी चढते हुए अपने मुकाम तक पहुंचीं. वह एक अच्छी अभिनेत्री भी रहीं और मेरा स्वभाग्य है कि मैंने उनके साथ फिल्म में काम किया. उनके नि धन की खबर सुनकर मुझे गहरा धक्का लगा है.
आपको बता दें अम्मा के नाम से मशहूर 68 साल की जयललिता ने तेलुगु , तमिल और कन्नड़ की करीब 140 फिल्मों में काम किया. वर्ष 1962 में बॉलीवुड को जयललिता का चेहरा पहली बार दिखा जब उन्होंने किशोर कुमार और साधना स्टारर फिल्म ‘ मन- मौजी ‘ में काम किया हालांकि इसमें वह मात्र तीन मिनट के छोटे रोल में ही नजर आईं. इस फिल्म में उनका एक डांस सीक्वेंस था जिसमें वह भगवान कृष्ण के गेटअप में नजर आयीं, लेकिन जयललिता को एक बड़े रोल में 1968 में बनी फिल्म ‘ इज्ज़त ‘ में देखा गया.