चेन्नई: प्रतिष्ठित फिल्म निर्माता बालू महेंद्र का आज यहां के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया.उनके परिवार के करीबी सूत्रों ने बताया कि बालू महेंद्र (75) को दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल ले जाया गया जहां उनका निधन हो गया. उनके परिवार में उनकी पत्नी और पुत्र हैं. 20 मई 1939 को जन्मे बालू महेंद्र ने अपने कॅरियर की शुरुआत वर्ष 1974 में मलयाली फिल्म ‘‘नेल्लू’’ से एक सिनेमेटोग्राफर के तौर पर की थी. इस फिल्म के लिए उन्हें केरल सरकार द्वारा सर्वश्रेष्ठ सिनेमेटोग्राफर का पुरस्कार मिला था.
इसके बाद उन्हें कई फिल्मों के लिए सर्वश्रेष्ठ सिनेमेटोग्राफर का पुरस्कार मिला. उन्हें सिनेमेटोग्राफी के लिए दो राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुका है. उन्होंने अपने निर्देशकीय पारी की शुरुआत वर्ष 1977 में कन्नड़ फिल्म ‘‘कोकिला’’ से की थी. उन्होंने तमिल, मलयाली, तेलुगू और हिंदी में 20 से अधिक फिल्मों में काम किया.उनकी फिल्म ‘‘वीदू’’ (1988) और ‘‘वन्ना वन्ना पोक्कल’’ (1992)को तमिल फिल्म में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार और ‘‘संध्या रागम’’ (1990) के लिए परिवार कल्याण पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार मिला था. उनके द्वारा हाल में निर्देशित फिल्म ‘‘थालाई मुरैगल’’ थी जो एक दादा और पोते के संबंधों पर आधारित थी.