भारत में बच्चों की फिल्मों को बढ़ावा और संरक्षण देने के लिहाज से बॉलीवुड के अनुभवी गीतकार और निर्देशक गुलजार ने कहा कि बच्चों के लिए पर्याप्त फिल्में नहीं बन रही हैं.
उन्होंने इस दिशा में काम को बढ़ावा देने के लिए सभी राज्यों में फिल्म सोसायटी और केंद्र खोलने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि पहले बच्चों की ज्यादा फिल्में प्रदर्शित होती थीं, विशेष तौर से मॉर्निग शो में और कॉरपोरेट जगत के कुछ लोग इसे संरक्षण भी दिया करते थे. बच्चों के रुचिकर फिल्में बनने से इंडस्ट्री को भी फायदा होगा. गुलजार हैदराबाद में 18वें इंटरनेशनल चिल्ड्रेन फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (आइसीएफएफआइ) में हिस्सा ले रहे हैं. फिल्मों का यह विशेष महोत्सव 14 नवंबर से चल रहा है और 20 नवंबर को खत्म होगा.