कम बजट वाली फिल्म लंचबॉक्स में अपने काम के लिए प्रशंसा पाने वाले अभिनेता इरफान खान का कहना है कि भारतीय फिल्मों और बॉलीवुड के प्रति दुनिया का नजरिया बदलने की जरूरत है. हम आइटम नंबर वाले फिल्मकार नहीं बने रह सकते.
हमें बदलना होगा. हमे ग्लोबल होना ही होगा. हमें सार्वभौमिक दर्शकों से इस तरह से जुड़ना होगा कि वे सोचें कि भारत से कुछ दिलचस्प सिनेमा बाहर आ रहा है. हमें अलग तरह के सिनेमा की जरूरत है जोकि किस्सा और लंचबॉक्स में है. इरफान द नेमसेक और ऑस्कर विजेता स्लमडॉग मिलिनेयर, लाइफ ऑफ पाई, मकबूल और पान सिंह तोमर जैसी फिल्मों में दमदार भूमिकाएं निभा चुके हैं. इरफान के अभिनय से सजी लंचबॉक्स को दुनिया के कई फिल्म समारोहों में काफी सराहना मिली. अबु धाबी फिल्म समारोह में प्रदर्शित हुई फिल्म किस्सा ने भी दर्शकों पर अपनी प्रभाव छोड़ा.