मुंबई : जानीमानी कोरियोग्राफर सरोज खान ने कास्टिंग काउच का बचाव करते हुए विवादास्पद बयान दिया है जिसके बाद उनकी जमकर आलोचना हो रही है. अब कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी का बयान सामने आया है. रेणुका का कहना है कि ऐसा सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री में ही नहीं हर जगह होता है. उन्होंने कहा कि ये ना सोचें की संसद इससे अछूती है यह अन्य काम करने की जगह अछूती है. अब समझ आ गया है कि देश को इस मुद्दे पर खड़ा होना चाहिये और बोलना चाहिये Mee Too.
सरोज खान ने कहा, भारतीय फिल्म उद्योग बलात्कार के बाद ‘कम से कम’ महिलाओं को नौकरियां तो देता है, उन्हें बेसहारा तो नहीं छोड़ता. यौन अपराधियों के खिलाफ शुरू किए गए ‘मी टू’ अभियान के मद्देनजर सरोज खान ने महिलाओं को जिम्मेदार ठहराया.
सरोज खान ने अपने बयान में कहा, कास्टिंग काउच किसी के लिए भी कोई नयी बात नहीं है. अनुभवी कोरियोग्राफर ने तेलुगू फिल्म उद्योग में कास्टिंग काउच संस्कृति के खिलाफ निर्वस्र होने वाले अभिनेत्री श्री रेड्डी पर सांगली में एक पत्रकार के सवाल के जवाब में यह प्रतिक्रिया दी.
सरोज खान (69) ने टेलीविजन नेटवर्क और सोशल मीडिया पर वायरल हो रही मीडिया के साथ उनकी बातचीत के वीडियो को लेकर आज फोन पर कहा, ‘मैंने पहले ही कहा है कि मैं माफी मांगती हूं लेकिन आप वह सवाल नहीं जानते जो मुझसे पूछा गया था और अब इस पर काफी हंगामा हो गया है.’
उन्होंने कहा, ‘ये चला आ रहा है बाबा आदम के जमाने से. हर लड़की के ऊपर कोई ना कोई हाथ साफ करने की कोशिश करता है. सरकार के लोग भी करते हैं. तुम फिल्म इंडस्ट्री के पीछे क्यों पड़े हो? वो कम से कम रोटी तो देती है. रेप करके छोड़ तो नहीं देती.’
‘एक दो तीन’ और ‘चोली के पीछे’ जैसे गीतों के लिए मशहूर नेशनल अवार्ड विजेता कोरियोग्राफर ने कहा कि सुरक्षित रहने और ऐसी स्थितियों से बचने की जिम्मेदारी महिलाओं की है और मीडिया फिल्म उद्योग को निशाना ना बनाए.
उन्होंने कहा, ‘यह लड़की के ऊपर है कि तुम क्या करना चाहती हो. तुम उसके हाथ में नहीं आना चाहती तो नहीं आओगी. तुम्हारे पास आर्ट है तो तुम क्यों बेचोगी अपने आप को? फिल्म इंडस्ट्री को कुछ मत कहना, वो हमारा माई-बाप है.’