।। उर्मिला कोरी ।।
फिल्म : सम्राट एंड कंपनी
कलाकार : राजीव खंडेलवाल, मडलसा शर्मा, गोपाल दत्त
निर्देशक : कौशिक घटक
रेटिंग : 2.5 स्टार
राजश्री प्रोडक्शन ने अपने बैनर में परंपरागत रूप से बननेवाली फिल्मों से इतर थोड़ी अलग दुनिया चुनी है. उनका यह चयन दर्शकों को डिटेक्टीव की दुनिया में ले जाने की कोशिश करता है. सम्राट एंड कंपनी फिल्म का नाम जरूर है. लेकिन फिल्म की पूरी कहानी और फिल्म की मटाधिशी राजीव खंडेलवाल यानी सम्राट के कंधों पर ही हैं. राजीव खंडेलवाल को फिल्म में इस रूप में प्रेजेंट करने की कोशिश की गयी है. मानो जैसे वह सलमान खान हों. फिल्म में बेफिजूल के कई संवाद ठूसने की कोशिश की गयी है. सम्राट जिनियस बनने की कोशिश तो करता है.
लेकिन वह बड़बोला डिटेक्टीव ही नजर आता है. ऐसी कहानियां हमने हिंदी फिल्मों में पहले कई बार देखी है. अब तो हॉलीवुड की फिल्मों का भी इस तरह एक्सपोजर हो चुका है कि इस तरह की कमजोर कहानियां वे दर्शक तो बिल्कुल नहीं पचा पायेंगे, जिन्होंने हॉलीवुड में बेहतरीन डिटेक्टीव कहानियां देखी है. फिल्म की कहानी शिमला के इर्द गिर्द घूमती है. एक व्यक्ति की मौत हो जाती है और फिर उसकी मौत की गुत्थी सुलझाने की कोशिश में जुटा रहता है सम्राट. अंतत: कौन है खूनी? इस सवाल का जवाब जब दर्शकों को मिलता है तो वे निराश ही होंगे. फिल्म में अभिनेत्री केवल फीलर के रूप में ही इस्तेमाल की गयी हैं.