!!रिंकू झा!!
पटना : डिप्रेशन बहुत ही खराब बीमारी है. जब लोग डिप्रेशन में चले जाते हैं तो उन्हें खुद पता नहीं होता कि वह क्या कर रहे हैं. आज युवा वर्ग सबसे अधिक डिप्रेशन के शिकार है. चाहे डिप्रेशन रिजल्ट का हो, नौकरी नहीं मिलने का हो या फिर किसी अपने से हमेशा के लिए जुदा होने का हो. कई डिप्रेशन इतना ज्यादा होता है कि किसी के इस दुनिया से जाने के बाद भी हम उसे अपने साथ महसूस करते है.
उस दौरान अंदर चलने वाले द्वंद के पर केंद्रित एक शॉर्ट फिल्म लेकर आयी है पटना की बेटी ऐश्वर्या. यह एक अंग्रेजी फिल्म है और इसका नाम माई लोनी (कल्पना में रहना) है. इस फिल्म में ऐश्वर्या ने मुख्य किरदार निभाया है. अपने चरित्र के माध्यम से फिल्म में उसने डिप्रेशन से बाहर निकलने का रास्ता बताया है.
फिल्म एक ऐसे युवा के इर्द गिर्द घूमती है जो अपनी बहन की मौत के बाद अकेला रह जाता है. इस कारण वो डिप्रेशन में चला जाता है. डिप्रेशन में वो इस तरह कल्पना में जीने लगता है कि उसे हमेशा लगता है कि उसकी बहन मरी नहीं है बल्कि जिंदा है. ऐश्वर्या की यह फिल्म बेंगलुरु में 22 अप्रैल को रिलीज हुई है. पिछले चार दिनों के अंदर इस फिल्म को करीब पांच हजार लोगों ने यू-ट्यूब पर देखा है.
युवाओं पर केंद्रित फिल्म बना रही ऐश्वर्या
माय लोनी फिल्म के अलावा ऐश्वर्या एक और मूवी द टेल कॉल्ड लाइफ बना रही है. मई के दूसरे सप्ताह में यह रिलीज की जायेगी. यह फिल्म भी ऐसे युवा की कहानी बयां करता है जो अपनी समस्या से परेशान होकर डिप्रेशन में चला गया है. इस फिल्म में बताया गया है कि हम अपनी जिंदगी में समस्याओं से परेशान रहते हैं. वहीं हमारे बीच ऐसे कई लोग हैं, जिनके पास हमारी समस्याओं से अधिक समस्या है. बावजूद इसके वैसे लोग कोशिश करते रहते हैं और उन्हें जिंदगी दोबारा मिलती है.
कन्नड़ और तेलगु में भी चल रहा काम
युवाओं के डिप्रेशन पर बनी माय लोनी फिल्म के अलावा ऐश्वर्या की दो और मूवी रिलीज होने वाली है. एक मूवी कन्नड़ और दूसरी मूवी तेलगु भाषा की है. ऐश्वर्या ने बताया कि आइरा नाम की फिल्म कन्नड़ में है. यह फिल्म एक लड़की की जिंदगी पर आधारित है. ऐश्वर्या हिंदी के अलावा अंग्रेजी, कन्नड़ और तेलगु मूवी में काम कर रही है. बंगलुरु विवि से बीकॉम की पढ़ाई कर रही ऐश्वर्या ढाई साल की थी तभी से कथक डांस कर रही है. ऐश्वर्या इंटर से लेकर स्नातक तक कथक, भरतनाट्यम, मणिपुरी डांस में अव्वल रही है.