‘बिग बॉस 10’ में नजर आनेवाले कंट्रोवर्सियल गुरू स्वामी ओम जी महाराज को बड़ा झटका देते हुए दिल्ली की एक अदालत ने गैरजमानती वारंट जारी किया है. अदालत ने ओमजी महाराज को 3 दिसंबर को कोर्ट में हाजिर होने का आदेश दिया है. पहले भी ओमजी के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी हो चुका है. ओमजी पर चोरी, फिरौती सहित अन्य मामलों में केश दर्ज है. फिलहाल अदालत ने जिस मामले में ओमजी के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया है वह उनके ही भाई द्वारा लगाया गया आरोप है.
नवंबर 2008 में विनोदानंद झा उर्फ स्वामी सदाचारी साई बाबा ओमजी महाराज के छोटे भाई प्रमोद झा ने आरोप लगाया था कि बाबा ओमजी ने उनकी साइकिल की दुकान का ताला तोड़कर 11 साइकिलें, महंगे स्पेयर पार्ट्स और घर के कुछ जरूरी कागजात चुराए. बाबा के साथ तीन लोग और भी थे. प्रमोद झा का कहना है उनके बेटे ने बाबा ओमजी को सामान चुराते देखा था. दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार स्वामी जी महाराज पर आर्म्स एक्ट और टाडा के तहत 7 मामले दर्ज हैं.
बाबा पर चोरी-डकैती, चोट पहुंचाने, ब्लैकमेलिंग और सेंधमारी के भी मामले दर्ज हैं. मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने साकेत कोर्ट में चार्जशीट पेश की जिसके तहत कोर्ट ने ओमजी महाराज को आरोपी पाते हुए उनके खिलाफ आरोप भी तय कर दिए है. इससे पहले ओम जी के खिलाफ साकेत कोर्ट ने 14 अक्टूबर को गैर जमानती वारंट जारी किया है.उल्ल्खेनीय है कि कि स्वामी महाराज वही हैं जिन्होंने एक नेशनल न्यूज़ चैनल पर एक महिला ज्योतिषी को बहस के दौरान थप्पड़ मार दिया था.
ओमजी को गिरफ्तार करने ‘बिगबॉस’ के घर भी पहुंची थी पुलिस
पुराने गैरजमानती वारंट को लेकर दिल्ली पुलिस ओमजी महाराज को गिरफ्तार करने बिग बॉस के घर भी पहुंची थी. ‘बिग बॉस’ के सीजन 10 में कॉमन मैन की हैसियत से आए बाबा ओमजी महाराज अपनी हरकतों से खूब सुर्खियों में बने हुए हैं. दिल्ली पुलिस ओमजी महाराज पर पहले से चल रहे चोरी और आर्म्स एक्ट के केस में उन्हें गिरफ्तार करने बिग बॉस के घर पहुंची थी. हालांकि ओमजी ने घर से बाहर निकलने से इनकार किर दिया. इस पर पुलिस ने कुछ डॉक्युमेंट्स पर उनके साइन ले लिए थे.