इस्लमाबाद : दुनिया भर के देशों की आर्थिक स्थिति पर नजर रखने वाली रेटिेंग एजेंसी मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने पाकिस्तान के बढ़ते सरकारी कर्ज के प्रति आगाह करते हुए कहा है कि पाकिस्तान विदेशी कर्ज पर लगाम नहीं लगाता है, तो उसकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो जायेगी. उसने कहा है कि उसका बाहरी कर्ज इस साल के जून तक बढ़कर करीब 79 अरब डॉलर हो जायेगा. एजेंसी ने डेली टाइम्स ने के हवाले से कहा है कि बढ़ते कर्ज के कारण देश की वित्तीय स्थिति कमजोर होगी और कर्ज वहन करने की उसकी क्षमता पर असर पड़ेगा.
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अपनी नवीनतम रिपोर्ट में मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने कहा है कि पाकिस्तान के समक्ष चुनौतियों में उच्च सरकारी कर्ज का बोझ, कमजोर भौतिक व सामाजिक बुनियादी ढांचा, कमजोर बाह्य भुगतान स्थिति तथा उच्च राजनीतिक जोखिम शामिल है. एजेंसी के अनुसार, जुलाई-जून 2016-17 के आखिर तक पाकिस्तान का विदेशी कर्ज बढ़कर 79 अरब डॉलर हो जायेगा, जिसमें सार्वजनिक क्षेत्र का हिस्सा 77.7 अरब डॉलर रहेगा.
मौजूदा वित्त वर्ष के लिए उक्त अनुमान स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान द्वारा जारी पहले के पूर्वानुमान से कहीं अधिक है.केंद्रीय बैंक ने कहा था कि पाकिस्तान का कुल विदेशी कर्ज और उसकी देनदारी दिसंबर, 2016 के आखिर तक 74.2 अरब डॉलर हो गयी थी.
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