नयी दिल्ली : वर्ष 2005 के पहले के नोट हटाने के भारतीय रिजर्व बैंक के फैसले के मद्देनजर वाणिज्यक बैंकों ने नोट बदलने की तैयारियां शुरु कर दी हैं. अनुमान है कि बड़ी संख्या में लोग इसके लिए बैंकों से सम्पर्क करेंगे. भारतीय स्टेट बैंक के उप प्रबंध निदेशक पीके मल्होत्रा ने कहा, निश्चित रुप से दबाव रहेगा लेकिन हमें विश्वास है कि हम इससे निपट लेंगे. हमारे पास बड़ी संख्या में नकदी जमा करने वाली मशीनें हैं जिनसे दबाव कम करने में मदद मिलेगी. फरवरी के आखिर तक हमारे पास 1000 नकदी जमा करने वाली मशीनें होंगी.
ओरियंटल बैंक आफ कामर्स के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक एसएल बंसल ने कहा कि बैंक नोट वापस लेने के संबंध में भारतीय रिजर्व बैंक के सभी निर्देशों का पालन करेगा. उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि नोटों की अदला बदली के लिए कोई भीड़ होगी क्योंकि इस तरह की ज्यादातर मुद्रा तो परिचालन से बाहर हो ही जाएगी. उन्होंने कहा कि आमतौर पर किसी नोट की आयु 10 साल की होती है.पंजाब नेशनल बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उनकी शाखाएं मुद्रा अदला बदली के लिए पूरी तरह तैयार हैं. भारतीय रिजर्व बैंक ने 22 जनवरी को फैसला किया कि 2005 से पहले जारी सभी मुद्रा नोटों को वापस लिया जाएगा. लोगों को इसके लिए बैंक में जाकर नोट बदलवाने होंगे.
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