नयी दिल्ली : सरकार ने लघु बचत करने वालों के सपनों को झटका दिया है. सरकार के इस कदम से करोड़ों मध्यम वर्गीय परिवारों पर असर पड़ेगा. सरकार ने लोक भविष्य निधि पीपीएफ पर ब्याज दर को 8.7 प्रतिशत से घटाकर 8.1 प्रतिशत कर दी है. अब पीपीएफ जमा करने वालों को पहले वाला ब्याज दर नहीं मिल पायेगा. भविष्य निधि में पैसा जमाकर भविष्य के सपने संजोने वाले लोगों के लिये नरेंद्र मोदी की सरकार ने ब्याज दर कम करने का काम किया है.
वहीं दूसरी ओर सरकार ने किसान विकास पत्र को डाकघर के माध्यम से गरीब किसान या मध्यम वर्गीय परिवार के लोग खरीदते थे उन्हें भी झटका लगा है.सरकार ने किसान विकास पत्र पर मिलने वाली ब्याज दर को 8.7 प्रतिशत से घटाकर 7.8 प्रतिशत कर दिया है. साथ ही पांच साल की अवधि के लिये अपना पैसा निवेश करने वाला एनएससी जिसे नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट कहा जाता है उसपर भी ब्याज दर को घटाकर 8.1 फीसदी कर दिया है.
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