मुंबई : आधार में एक नए फीचर के समावेश के बाद अब कार्डधारक बिना किसी कागजी कार्रवाई के बैंक खाता खुलवा सकेंगे. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने आधार में यह नयी विशेषता जोड़ी है. इससे इलेक्ट्रॉनिक आधारित बैंकिंग प्रणाली को बढ़ावा मिलेगा.
यूआईडीएआई के प्रमुख नंदन नीलेकणि ने इस सुविधा का जिक्र करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति बैंक शाखा में जाकर अपना 12 अंक का आधार नंबर बताएगा और वह बैंक से बाहर बैंक खाताधारक बन कर निकलेगा. उन्होंने कहा कि बैंक अधिकृत सेवा एजेंट के जरिये यूआईडीएआई से जुड़ेगा, जो उसे यूआईडीएआई डेटाबेस से जोड़ेगा.
नीलेकणि ने बताया कि ग्राहक को बैंक शाखा को सिर्फ अपनी उंगलियों की छाप देनी होगी. उन्होंने कहा कि यह सुविधा दस्तावेजों की प्रतियां देने की तुलना में अधिक सुरक्षित है. यूआईडीएआई का गठन चार साल पहले किया गया था. अभी तक उसने 46 करोड़ आधार नंबर जारी कर दिए है. अगले साल के शुरु तक इसे 60 करोड़ पर पहुंचाने का लक्ष्य है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.