बेंगलूर: देश की तीसरी सबसे बड़ी साफ्टवेयर सेवा निर्यातक कंपनी विप्रो लि. का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में उम्मीद से बेहतर रहा है. कंपनी का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2013-14 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 28 प्रतिशत बढ़कर 1,932.1 करोड़ रुपये रहा. रुपये की विनिमय दर में गिरावट तथा ग्राहकों द्वारा व्यय में वृद्धि से कंपनी का मुनाफा बढ़ा है.
इससे पूर्व वित्त वर्ष 2012-13 की इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 1,510.5 करोड़ रपये रहा था. आलोच्य तिमाही में कंपनी की एकीकृत आय 19 प्रतिशत बढ़कर 10,990.7 करोड़ रुपये रही जो इससे पूर्व वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 9,235 करोड़ रपये रही थी. कंपनी की आय पिछली सात तिमाही में सर्वाधिक है.
विप्रो के प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए कंपनी के चेयरमैन अजीम प्रेमजी ने कहा, ‘‘वैश्विक अर्थव्यवस्था के मामले में सकारात्मक संकेत हैं. ग्राहकों में विश्वास बढ़ा हुआ है और इसका असर हमारे वित्तीय नतीजे पर दिख रहा है.’‘अमेरिकी डालर के संदर्भ में विप्रो का शुद्ध लाभ सितंबर, 2013 को समाप्त तिमाही में 30.9 करोड़ डालर रहा जबकि एकीकृत आय 1.76 अरब डालर रही.
विप्रो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी टी के कुरियन ने कहा, ‘‘हमने सभी क्षेत्रों में आय में अच्छी वृद्धि हासिल की है और अपनी रणनीति के क्रियान्वयन पर ध्यान देना जारी रखेंगे.’‘ कंपनी की आईटी सेवा से आय आलोच्य तिमाही में सालाना आधार पर 5.9 प्रतिशत बढ़कर 1.63 अरब डालर रही. रुपये के संदर्भ में कंपनी की आईटी सेवा से आय 10,068 करोड़ रुपये रही.
कंपनी का शेयर आज 1.67 प्रतिशत की तेजी के साथ 514.90 रुपये पर बंद हुआ.
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