नयी दिल्ली : फिच रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 4.8 प्रतिशत कर दिया है. उसने कहा है कि कमजोर मांग से अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर प्रभावित होगी.
फिच की गुरुवार को जारी वैश्विक आर्थिक परिदृश्य रिपोर्ट में कहा गया है कि मई के बाद से घरेलू मुद्रा में 20 प्रतिशत की गिरावट से अर्थव्यवस्था की स्थिति में सुधार की संभावनाएं और कम हुई हैं. इससे पहले फिच ने जून में 2013-14 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 5.7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था.
देश की वृद्धि दर के अनुमान में ऐसे समय में कमी की गयी है जब उसके समक्ष धीमी वृद्धि दर, विनिमय दर तथा चालू खाते के घाटे की चिंता है. अप्रैल-जून की तिमाही में देश की वृद्धि दर घटकर 4.4 प्रतिशत रह गयी है, जो जनवरी-मार्च की तिमाही में 4.8 प्रतिशत रही थी.
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