नयी दिल्ली: पिछले कुछ माह में आवश्यक वस्तुओं के दामों में वृद्धि कर बात स्वीकार करते हुए खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के राज्य मंत्री के वी थॉमस ने आज कहा कि अगले 15 से 20 दिन में दक्षिणी राज्यों से प्याज की नई फसल आने के बाद रसोई घर के इस महत्वपूर्ण उत्पाद की कीमत घट जाएगी.
राज्यसभा में प्याज के दाम और महंगाई पर अल्पकालिक चर्चा का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘प्याज की कीमत 15 से 20 दिन में कम हो जाएगी। कर्नाटक और आंध्रप्रदेश के बाजारों से प्याज की नई पैदावार आने वाली है.’’ थॉमस ने माना कि जुलाई से अक्तूबर के दौरान रसोईघर से जुड़ी आवश्यक वस्तुओं के दामों में वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि मार्च से जून यानी रबी के मौसम के दौरान देश के कुल प्याज उत्पादन का 60 फीसदी उत्पादन होता है. शेष प्याज अक्तूबर से दिसंबर के खरीफ मौसम और इसके आखिर में यानी जनवरी से मार्च में उत्पादित होता है.
कालाबाजारी होने की बात स्वीकार करते हुए थॉमस ने कहा कि गुजरात, आंध्रप्रदेश और उत्तर प्रदेश राज्यों में ऐसे कारोबारियों को आवश्यक जिन्स कानून :एसेन्शियल कमोडिटीज एक्ट: के तहत गिरफ्तार किया गया है. सपा के नरेश अग्रवाल ने प्याज के दामों में वृद्धि और महंगाई के मुद्दे पर अल्पकालिक चर्चा की मांग की थी.
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