मुंबई: सब्जियों की कीमतें बढ़ने और रुपया में गिरावट आने की वजह से वर्ष 2013.14 के लिए औसत थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति बढ़कर 5.7 प्रतिशत पहुंचने का अनुमान है. वैश्विक ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने यह अनुमान जताया है.
इससे पहले नोमुरा ने वर्ष 2013.14 के लिए औसत थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 5 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया था. नोमुरा के मुताबिक, उंची खाद्य कीमतें, कमजोर घरेलू मांग और रपए में गिरावट से आगामी महीनों में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति छह प्रतिशत से उपर पहुंच जाएगी.
उल्लेखनीय है कि लगातार दूसरे महीने जुलाई में मुद्रास्फीति बढ़कर 5.79 प्रतिशत पर पहुंच गई जिसमें खाद्य वस्तुओं विशेषकर प्याज सहित सब्जियों की कीमतों में जारी तेजी का मुख्य योगदान है.
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