मुंबई : डालर के मुकाबले रुपया 61.80 प्रति डालर की रिकार्ड तलहटी पर आने के बाद चौतरफा बिकवाली दबाव से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 450 अंक का गोता खाकर 19,000 के स्तर से नीचे आ गया.कारोबार की शुरुआत में नीचे खुलने वाला सेंसेक्स 449.22 अंक टूटकर 18,733.04 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स ने इससे पहले यह स्तर 27 जून को देखा था. बीएसई सेंसेक्स में आज आई 449.22 अंक की गिरावट 20 जून के बाद सबसे बड़ी गिरावट है. 20 जून को सेंसेक्स 526 अंक टूटा था.
इसी तरह, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 143.15 अंक लुढ़क कर 5,542.25 अंक पर आ टिका. एमसीएक्स.एसएक्स का एसएक्स.40 सूचकांक भी 303.34 अंक नीचे 11,125.38 अंक पर बंद हुआ. आज के कारोबार में हर 10 में से 7 कंपनियों के शेयरों में गिरावट के चलते निवेशकों के धन में 1.37 लाख करोड़ रुपये की कमी आई और भारतीय शेयर बाजार ट्रिलियन डालर के क्लब से बाहर हो गया है.
ब्रोकरों ने कहा कि डालर के मुकाबले रुपये का भाव टूटकर 61.80 रुपये प्रति डालर के स्तर पर आने से मुद्रास्फीति बढ़ने और बाजार से विदेशी पूंजी निकलने की आशंका बढ़ गई है जिससे शेयर बाजार भारी दबाव में रहा.उन्होंने कहा कि रुपये में गिरावट से रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति और सख्त करने को लेकर भी चिंता बनी क्योंकि आरबीआई द्वारा और मौद्रिक उपाय करने से आयात पर निर्भर कंपनियों की आय प्रभावित हो सकती है. सेंसेक्स में शामिल 30 में से 26 कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए.
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