नयी दिल्ली : एक सर्वे के अनुसार भारतीय कर्मचारी वैश्विक समकक्षों की तुलना में अपने काम से ज्यादा जुडे रहते हैं लेकिन फिर भी उनमें से 54 प्रतिशत अपनी नौकरी से कहीं न कहीं असंतुष्ट हैं.
सर्वे में कर्मचारियों की इस असंतुष्टि को कंपनियों द्वारा तुरंत सक्रिय कदम उठाने की जरुरत का संकेत माना गया है. डेल कर्नेगी ट्रेनिंग ने अपने अध्ययन में यह निष्कर्ष निकाला है. इसके अनुसार भारतीय कर्मचारी अपने काम से विदेशी कर्मचारियों की तुलना में कहीं अधिक जुडे रहते हैं.
इसके अनुसार 46 प्रतिशत भारतीय कर्मचारी अपने काम से पूरी तरह जुडे रहते है जबकि वैश्विक स्तर पर यह औसत 34 प्रतिशत है. डेल कर्नेगी ट्रेनिंग इंडिया की चेयरपर्सन पल्लवी झा ने कहा, प्रतिभाओं के लिए स्पर्धा कडी हो रही है. ऐसे में कंपनियां अच्छे कर्मचारियों को जोडे रखने के लिए रणनीतिक पहल की मदद कर सकती हैं.
रपट के अनुसार भारत में 1,00,000 से अधिक कर्मचारियों वाली बडी कंपनियों में कर्मचारियों के अपने काम से नहीं जुडे होने का प्रतिशत सबसे कम सिर्फ पांच प्रतिशत है.
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