नयी दिल्ली : वृहद आर्थिक चिंताओं, बाजार उथल-पुथल और कंपनियों के मूल्यांकन में घट-बढ़ से जनवरी-सितंबर की अवधि के दौरान प्राइवेट इक्विटी (पीई) निवेश कम होकर 14.60 अरब डॉलर पर आ गया. मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है. पिछले साल की इसी अवधि में यह निवेश 15.60 अरब डॉलर रहा था. ग्रांट थॉर्नटन के हालिया पीई डील ट्रैकर के अनुसार, 2018 के पहले नौ महीनों में 621 पीई सौदों में 14.60 अरब डॉलर के निवेश किये गये.
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रिपोर्ट में कहा गया कि उभरते बाजारों से निवेशकों के बाहर निकलने के कारण रुपया सर्वकालिक निचले स्तर तक गिर चुका है. इससे कारोबारी धारणा प्रभावित हुई है और पीई निवेशक सचेत हो गये हैं. इस बीच जुलाई से सितंबर के दौरान 217 पीई सौदों में 5.20 अरब डॉलर निवेश किया गया. यह सौदों की संख्या के आधार पर पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 41 फीसदी अधिक है, जबकि सौदों के सम्मिलित मूल्य के हिसाब से 28 प्रतिशत की गिरावट आयी है. ग्रांट थॉर्नटन इंडिया एलएलपी के पार्टनर प्रशांत मेहरा ने कहा कि अर्थव्यवस्था, बाजार की उथल-पुथल और मूल्यांकन जैसी चिंताओं तथा अन्य कारकों को लेकर प्राइवेट इक्विटी बाजार का माहौल खराब हुआ है.
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