मनीला : देश-दुनिया में नयी प्रौद्योगिकियों के विकास से कहीं न कहीं श्रमिकों के रोजगार पर खतरा मंडरा रहा है. गुरुवार को एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने नयी प्रौद्योगिकियों के विकास से श्रमिकों के रोजगार पर मंडरा रहे खतरे के प्रति दुनिया भर की सरकारों को आगाह कराते हुए श्रमिकों के रोजगार की रक्षा के लिए नयी नीति बनाने पर जोर दिया है. एडीबी ने रोबोटिक्स व कृत्रिम मेधा (एआई) जैसी नयी प्रौद्योगिकियों के आने से श्रमिकों के रोजगार की रक्षा के लिए उचित नीतियां बनाने पर जोर दिया है.
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बैंक का कहना है कि सरकारों को सबके लिए स्वास्थ्य सेवा और बीमा जैसी नीतियां तथा प्रगतिशील काराधान अपनाना होगा, जिसमें कम आमनी वाले लोगों पर कराघात कम होता है. बैंक (एडीबी) के अध्यक्ष ताकेहिको नाकाओ ने यहां एडीबी की सालाना बैठक की पूर्व संध्या पर कहा कि हम उन लोगों के समर्थन की नीतियां बनानी होंगी, जो प्रौद्योगिकीय विकास के पीछे हैं. उन्होंने कहा कि चूंकि कुछ लोग प्रशिक्षित नहीं हैं, इसलिए उनके रोजगार जा सकते हैं. उन्होंने लोगों के जीवन की न्यूनतम संरक्षा पर जोर देना होगा.
नाकाओ ने कहा कि हमें ऐसे लोगों को सार्वभौम स्वास्थ्यचर्या उपलब्ध करवानी होगी तथा उनके बच्चों को शिक्षा की व्यवस्था करनी होगी. उन्होंने सुझाव दिया कि नीति निर्माताओं को पर्याप्त प्रशिक्षण, शिक्षा व कौशल प्रदान करते हुए रोजगार खोने के संकट पर ध्यान देना चाहिए. देशों में बढ़ती असमानता का हवाला देते हुए उन्होंने कराधान की और अधिक प्रगतिशील प्रणाली की वकालत की.
गौरतलब है कि बैंक ने पिछले महीने ‘एशियन डेवलपमेंट आउटलुक 2018′ जारी किया. इसमें आगाह किया गया है कि नयी प्रौद्योगिकियों के विकास से कुछ रोजगार जा सकते हैं और श्रमिकों को अपने कौशल अपग्रेड पर ध्यान देना चाहिए.
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