नयी दिल्ली : भारतीय विमानन कंपनियों द्वारा किराए में छूट देने का यात्री की संख्या पर असर नहीं पडा और मार्च में वास्तविक यात्री यातायात व औसत आय में एक प्रतिशत की गिरावट आई.
इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) द्वारा जारी घरेलू हवाई यातायात आंकडों के मुताबिक, भारतीय विमानन कंपनियों के राजस्व यात्री किलोमीटर (आरपीके) में मार्च महीने में 0.7 प्रतिशत की कमी आई. आरपीके वास्तविक यात्री यातायात मापता है. रिपोर्ट के मुताबिक, उपलब्ध सीट किलोमीटर (एएसके) 7.3 प्रतिशत बढा. एएसके उपलब्ध यात्री क्षमता मापता है.
इस दौरान, पैसेंजर लोड फैक्टर 71.4 प्रतिशत रहा. स्पाइसजेट और इंडिगो जैसी भारतीय विमानन कंपनियों द्वारा यात्रियों को आकर्षित करने के लिए छूट की पेशकश किए जाने के बावजूद उनकी अर्जित आय में यह कमी आई.
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