दाहेज (गुजरात) : विपक्ष द्वारा आर्थिक नीतियों की आलोचना किये जाने के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को एक बार फिर जोर दिया कि कठिन सुधारों के बाद अर्थव्यवस्था पटरी पर आ रही है और सही दिशा में आगे बढ़ रही है. हमने कड़े फैसले लिये हैं और ऐसा करना जारी रखेंगे. दाहेज में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बहुत से अर्थशास्त्री इस बात पर सहमत हैं कि अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है. हमने अर्थव्यवस्था के लिए कड़े फैसले लिये हैं. राजकोषीय स्थिरता को कायम रखते हुए हम ऐसा करना जारी रखेंगे .
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने देश में एक नयी कार्य संस्कृति तैयार की है, जो जवाबदेह और पारदर्शी हो. इसी कार्य संस्कृति की वजह से योजनाओं पर काम हो रहा है. दो गुना गति से सड़ेकें बन रही हैं, दो गुना गति से रेल लाइनें बन रही हैं. योजनाओं को समय पर पूरा करने के लिए ड्रोन से निगरानी की जा रही है. मोदी ने कहा, सरकार की कार्य संस्कृति में बदलाव लाया गया है. ऐसी कार्य संस्कृति तैयार की गयी है जो गरीबों और मध्यम वर्ग को तकनीकी मदद से उनका हक दिला रही है. उन्होंने कहा कि खोज-खोज कर फाइलें निकाल रहा हूं और जो परियोजनाएं दशकों से अटकी हुई हैं उन्हें पूरा कर रहा हूं. प्रधानमंत्री ने कहा कि हम लोगों को ईमानदारी का माहौल देने का काम कर रहे हैं. मोदी ने कहा कि नोटबंदी ने कालेधन को तिजोरी से बैंकों तक पहुंचाया है और जीएसटी से देश को नया बिजनेस कल्चर मिला.
जीएसटी को लेकर व्यापारी वर्ग की बड़ी चिंता का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि व्यापारी डरें नहीं. जीएसटी के बाद पुराने खातों की जांच के नाम पर परेशान नहीं किया जायेगा. ईमानदारी के दम पर ही कमाई की जाती है. प्रधानमंत्री मोदी रो-रो फेरी सर्विस के तहत फेरी में सवार होकर 100 दिव्यांग बच्चों के साथ घोघा से दाहेज पहुंचे. दाहेज में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने नया मंत्र दिया, पी फाॅर पी. उन्होंने कहा कि हमारे लिए पी फॉर पी है यानी पोर्ट फॉर प्रॉस्पेरिटी अर्थात समृद्धि के लिए बंदरगाह. मोदी ने कहा कि बंदरगाह समृद्धि के प्रवेश द्वार हैं और सागरमाला परियोजना इसी की एक झलक है. हमने इस परियोजना को साल 2035 की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया है. इसके तहत आधारभूत ढांचे के विकास से जुड़ी 400 परियोजनाओं पर बहुत बड़ा निवेश किया जा रहा है. इन पर करीब 8 लाख करोड़ रुपये के निवेश की तैयारी है. उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि अकेले सागर माला प्रोजेक्ट सेएक करोड़ नौकरियां पैदा होंगी. सागरमाला जैसी परियोजना के आधार पर ही न्यू इंडिया का निर्माण किया जा सकेगा.
मोदी ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि जैसे कुछ देर पहले फेरी में यात्रा करते हुए सवा सौ करोड़ देशवासियों की भावनाओं को जी कर आया हूं. घोंघा से समुद्र के रास्ते यहां आकर मुझे लगता है कि एक नया इतिहास लिख रहा हूं. उन्होंने कहा कि इसी द्वार से चल कर हम न्यू इंडिया का आधार रखेंगे, सपनों को साकार करेंगे. देश की जल शक्ति के बारे में जो सपना सरदार पटेल और बाबा साहब भीमराव अांबेडकर ने देखा था, आज हमने उस सपने के एक पड़ाव को पार कर लिया है. उन्होंने कहा कि घोंघा रो-रो फेरी सर्विस सौराष्ट्र के लोगों को और निकट ले आयेगी. जिस यात्रा को पूरा करने में 7-8 घंटे लगते थे, उसे एक से सवा घंटे में पूरा कर लिया जायेगा. इससे पूरे क्षेत्र में सामाजिक आर्थिक विकास का एक नया दौर शुरू होगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि समुद्र के जरिये दूसरे देशों के साथ संबंध मजबूत बनाने के लिए आधुनिक बंदरगाहों की काफी जरूरत है. बंदरगाहों का अर्थव्यवस्था में वही स्थान है जो शरीर में फेफड़ों का है. ऐसे में सरकार बंदरगाहों की आधारभूत संरचना और कनेक्टिविटी को मजबूत बनाने पर विशेष ध्यान दे रही है.
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