मोहाली : पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मौजूदा सरकार द्वारा ली गयी नोटबंदी के फैसले को एक बार फिर गलत बताया. मनमोहन सिंह इंडियन बिजनेस स्कूल (आइएसबी) लीडरशिप समिट में बोल रहे थे. मनमोहन सिंह ने कहा कि तकनीकी या आर्थिक रुप से नोटबंदी की कोई जरुरत नहीं थी. सिंह ने कहा कि कुछ लातिन अमेरिकी देशों को छोड़ दें तो किसी भी लोकतांत्रिक देश में नोटबंदी सफल नहीं रही.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा नोटबंदी के ‘एडवेंचर’ की वजह से अर्थव्यवस्था गिरावट के रास्ते पर जा रही है. इसे किसी भी तरह से सही नहीं ठहराया जा सकता है. 1990 के दशक में भारत में उदारीकरण लाने का श्रेय मनमोहन सिंह को जाता है. इससे पहले एक निजी चैनल के साथ इंटरव्यू में मनमोहन सिंह ने कहा था कि नोटबंदी और जीएसटी की वजह से जीडीपी में 40 फीसदी का योगदान देने वाले असंगठित क्षेत्र और छोटे पैमाने पर होने वाले कारोबार को दोहरा झटका लगा है. नोटबंदी के बाद लागू किए गए जीएसटी ने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को बुरी तरह से प्रभावित किया है.
मनमोहन सिंह ने कहा था- जीडीपी में 2 प्रतिशत की होगी गिरावट
संसद में अपने भाषण में मनमोहन सिंह ने कहा था कि गरीबों के लिए 50 दिन भी पीड़ा दायक हैं. नोटबंदी से करेंसी सिस्टम में लोगों का भरोसा कम हुआ है. छोटे उद्योगों और किसानों को भी नुकसान पहुंचा है. हर दिन नए नियम बनाना सही नहीं है. मनमोहन सिंह ने संसद में जॉन कीन्स के बातों का उल्लेख करते हुए कहा था कि वे लोग जो कह रहे हैं कि यह कदम तात्कालिक रूप से कुछ नुकसान या कष्ट पहुंचाएगा लेकिन लंबी अवधि में देश के हित में होगा, उन्हें याद दिलाया जाना चाहिए, जो कभी जॉन जीन्स ने कहा था- लंबी दौड़ में हम सब मर चुके होंगे.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.