नयी दिल्ली : पेय पदार्थ बनानेवाली वैश्विक कंपनी कोका कोला भारत में अपने अन्य भागीदारों के साथ मिलकर कृषि क्षेत्र में अगले पांच साल में 1.7 अरब डाॅलर (10,943 करोड़ रुपये) निवेश करेगी. कोका कोला इंडिया ने सोमवार को एक बयान में कहा कि निवेश राशि में कंपनी, उसके बाटलिंग सहयोगी, फल आपूर्तिकर्ता तथा प्रसंस्करणकर्ताओं का योगदान होगा. यह निवेश पूरी आपूर्ति शृंखला यानी बगानों से लेकर उपभोक्ता तक पहुंचने वाले उत्पाद (फ्रूट सर्कुलर इकोनाॅमी) प्रभावित करेगा.
कंपनी के अनुसार, ‘‘इसमें से करीब 80 करोड़ डाॅलर कोका कोला कंपनी के जूस, जूस पेय एवं जूस उत्पादों वाले कार्बोनेटेड पेय पदार्थ के लिए प्रसंस्कृत फलों के गूदे तथा फलों के सांद्र की खरीदारी में खर्च किया जायेगा. इस पहल के तहत कंपनी की बोटलिंग इकाई हिंदुस्तान कोका-कोला बेवरेजेज, 13 अन्य स्वतंत्र फ्रेंचाइजी बाटलर्स तथा फल प्रसंस्करण कंपनियाें के साथ मिल कर जूस बाटलिंग सुविधाओं, फल प्रसंस्करण संयंत्रों, उपकरणों और कृषि प्रक्रियाओं में अगले पांच साल में लगभग 90 करोड़ अमेरिकी डाॅलर निवेश करेगी. कंपनी ने सोमवार को नया ‘मिनट मेड पल्पी मोसाम्बी’ पेश किया और कहा कि वह अपने जूस उत्पादों का दायरा बढ़ायेगी. कंपनी ने कहा कि 21 लाख टन फलों से प्राप्त गूदे तथा फल सांद्र की खरीदारी से लगभग 200,000 किसानों को लाभ होगा.
बयान के अनुसार इस मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘‘हमारे देश का कृषि क्षेत्र परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है, जहां संपूर्ण मूल्य शृंखला में तकनीकी और कृषि के वैज्ञानिक तरीकों को अपनाने पर जोर दिया जा रहा है. किसानों के समग्र विकास की हमारी प्रतिबद्धता के तहत हम कृषि क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित कर रहे हैं, जिससे उत्पादकता और किसानों की आमदनी बढ़ेगी. साथ ही 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य को पूरा करने में मदद मिलेगी.’
कोका कोला इंडिया तथा दक्षिण पश्चिम एशिया के अध्यक्ष टी कृष्ण कुमार ने कहा, ‘‘कंपनी के इस निवेश से आर्थिक वृद्धि को गति मिलेगी और किसानों तथा स्थानीय आपूर्तिकर्ताओं के लिए नये अवसर सृजित होंगे.’
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