31.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags

डॉ राजन

एसोसिएट प्रोफेसर, रुसी एवं मध्य एशियाई अध्ययन केंद्र

Posted By

क्षेत्रीय युद्ध के मुहाने पर पश्चिम एशिया

भारत और ब्रिक्स के अन्य सदस्य देशों ने सभी पक्षों को संयम से काम लेने का अनुरोध किया है. ईरान भी ब्रिक्स समूह का सदस्य है. हालांकि भारत के संबंध ईरान और इस्राइल दोनों से अच्छे हैं.

मोदी की यात्रा और भारत-भूटान संबंध

लोकसभा चुनाव के समय में प्रधानमंत्री मोदी का भूटान दौरा यह दर्शाता है कि भारत भूटान को कितना महत्व देता है. प्रधानमंत्री मोदी को भूटान ने 'ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो' पुरस्कार से सम्मानित किया है.

क्षेत्रीय संघर्ष भड़कने की आशंका

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर 14 और 15 जनवरी को ईरान के दौरे पर हैं. गाजा संकट की शुरुआत के बाद से यह ईरान की पहली मंत्री-स्तरीय यात्रा है. निश्चित रूप से इस दौरे में पश्चिम एशिया में संघर्ष का बढ़ना चर्चा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा.

लाल सागर का संकट और भारत पर प्रभाव

लाल सागर संकट से व्यापार पूरी तरह नहीं रुकेगा, लेकिन व्यापार की लागत बढ़ जायेगी और हमारे उत्पाद कम प्रतिस्पर्धी रह जायेंगे. इसका असर मैनुफैक्चरिंग क्षेत्र पर पड़ेगा. ईंधन के दाम तो बढ़े ही हैं, अनाज के दाम भी जल्द बढ़ सकते हैं.

संयुक्त राष्ट्र में हो बहुपक्षीय सुधार

फ्रांस और ब्रिटेन सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य हैं, जबकि भारत, ब्राजील, जापान, दक्षिण अफ्रीका और इंडोनेशिया अभी भी आकांक्षी देश हैं. वैश्विक आबादी के 12 प्रतिशत आबादी वाले पश्चिमी देशों के तीन सदस्य हैं, जबकि एशिया से एकमात्र सदस्य चीन है.

लाभप्रद होगा भारत-मध्य पूर्व-यूरोप कॉरिडोर

भारत के मध्य पूर्व और यूरोप के देशों के साथ उत्कृष्ट व्यापारिक संबंध हैं. यह तीनों क्षेत्रों के लिए लाभप्रद स्थिति हो सकती है. यह व्यापार को बढ़ायेगा और रोजगार के अवसर प्रदान करेगा.