लंदन : भारतीय कप्तान विराट कोहली और ऑस्ट्रेलिया के कप्तान आरोन फिंच एलईडी की गिल्लियों से खुश नहीं है जिनसे गेंद लगने पर रोशनी निकलती है और टीवी अंपायरों का काम आसान हो जाता है, लेकिन कुछ अवसरों पर गेंदबाजों को इससे नुकसान उठाना पड़ रहा है.
वर्तमान विश्व कप में ऐसे लगभग दस मौके आये जबकि गेंद स्टंप पर लगी, लेकिन गिल्लियां नहीं गिरी. इसका कारण गिल्लियों का अधिक वजनी होना बताया जा रहा है. इन गिल्लियों के अंदर कई तारें जुड़ी हुई हैं ताकि गेंद के स्टंप पर लगने पर उनसे रोशनी निकले.
ऑस्ट्रेलिया को कम से कम पांच बार इसका खामियाजा भुगतना पड़ा और कप्तान फिंच इससे नाराज दिखे और उन्होंने इसे ‘अनुचित’ करार दिया. कोहली से भी जब पूछा गया कि क्या यह एक मसला है, उन्होंने कहा, निश्चित तौर पर. मेरे कहने का मतलब है कि आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस तरह की चीजों की उम्मीद नहीं करते हो.
भारतीय कप्तान ने कहा, मेरा मानना है कि टेक्नोलॉजी अच्छी है. जब आप स्टंप के साथ कुछ करते हो तो रोशनी निकलती है और आप जानते हो कि यह बहुत सटीक है लेकिन आपको वास्तव में विकेटों पर बहुत जोर से मारना पड़ता है और यह मैं एक बल्लेबाज नाते बोल रहा हूं.
कोहली को इस बात पर हैरानी है कि यहां तक तेज गेंदबाज भी गिल्लियों को नहीं गिरा पा रहे हैं. ऐसा जसप्रीत बुमराह के साथ हुआ जब उन्होंने डेविड वार्नर को आउट कर दिया था. उन्होंने कहा, अगर मैं देखता हूं कि ऐसा कुछ हो रहा है तो मुझे भी हैरानी होगी और ये तेज गेंदबाज हैं. ये कोई मध्यम गति के गेंदबाज नहीं हैं.
कोहली ने कहा, मैं नहीं जानता कि क्या हुआ और महेंद्र सिंह धौनी ने कहा कि हमने उस जगह को भी देखा जहां स्टंप खड़ा किया था. स्टंप बहुत कड़ा नहीं था, असल में वह ढीला था. इसलिए मैं नहीं जानता कि स्टंप के साथ क्या गड़बड़ी थी.
भारतीय कप्तान इसलिए ज्यादा नाखुश हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि एक अच्छी गेंद पर आप विकेट से वंचित रह सकते हैं. उन्होंने कहा, मुझे पक्का विश्वास है कि कोई भी टीम ऐसा नहीं चाहेगी कि किसी अच्छी गेंद पर भी आपको विकेट नहीं मिले. गेंद स्टंप को हिट करती है, लेकिन रोशनी नहीं जलती है या रोशनी जलती है और गिल्लियां नहीं गिरती है. मैंने पूर्व में ऐसा होते हुए बहुत कम देखा है.
यहां तक कि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान फिंच ने भी इसे अनुचित करार दिया. फिंच ने कहा, हां मुझे ऐसा लगता है. आज भले ही हमें इसका फायदा मिला, लेकिन कई बार यह थोड़ा अनुचित लगता है और मैं जानता हूं कि डेविड के स्टंप पर काफी तेजी से गेंद लगी थी.
उन्होंने कहा, लेकिन लगता है कि ऐसा लगातार हो रहा है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि आप विश्व कप फाइनल या सेमीफाइनल में ऐसा होते हुए कतई नहीं देखना चाहोगे. आप किसी खिलाड़ी को आउट करने के लिये एक गेंदबाज या क्षेत्ररक्षक के रूप में जाल बिछाते हो, लेकिन आपको उसका फायदा नहीं मिलता है.
भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का मानना है कि हल्के वजन की गिल्लियां इसका समाधान हो सकती है. उन्होंने कहा, मैं यही जानता हूं कि गिल्लियां हल्के वजन की होनी चाहिए ताकि जब मैं स्टंप को हिट करूं तो वे नीचे गिर जाएं.