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जयपुर में कल होगी कांग्रेस की ‘महंगाई हटाओ’ रैली, सचिन पायलट ने झोंकी पूरी ताकत, अजय माकन से मिल बनाई रणनीति

जयपुर में कांग्रेस की 'महंगाई हटाओ' रैली का आयोजन ऐसे समय में किया जा रहा है, जब देश में कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील (यूपीए) का भाजपा समेत उसके घटक दल ही विरोध करते दिखाई दे रहे हैं.

जयपुर : राजस्थान की राजधानी जयपुर में रविवार को कांग्रेस की ओर से ‘महंगाई हटाओ’ महारैली का आयोजन किया जाना है. इसके लिए राजस्थान कांग्रेस के नेता और सूबे के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने इसके लिए पूरी ताकत झोंक रखी है. उन्होंने राज्य कांग्रेस प्रभारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन से मुलाकात कर इस रैली को लेकर रणनीति तैयार की है. उधर, प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी अजय माकन भी जयपुर में रहकर ही रैली की तैयारियों पर करीब से नजर बनाए हुए हैं.

मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, रविवार को राजस्थान की राजधानी जयपुर के विद्यानगर में कांग्रेस की ओर से ‘महंगाई हटाओ’ महारैली का आयोजन किया जाना है. पार्टी की ओर से इस रैली में करीब दो लाख लोगों के एकत्र होने का दावा किया जा रहा है. इस रैली में जयपुर और इसके आसपास के इलाके के अलावा प्रदेश के कई जिलों से पार्टी के प्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं के आने की संभावना जताई जा रही है.

इसके साथ ही, मीडिया की रिपोर्ट्स में इस बात की भी चर्चा की जा रही है कि जयपुर में रविवार को होने वाली ‘महंगाई हटाओ’ रैली को आयोजित करने के पीछे दो मकसद हैं. पहला यह कि इस रैली के जरिए केंद्र की एनडीए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करके कांग्रेस को देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के रूप में फिर से स्थापित करना है और दूसरा यह कि इसके जरिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी को कांग्रेस के बड़े नेता के रूप में पेश करना है. इसके अलावा, इन दोनों मकसदों के बीच राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट खुद को अशोक पायलट के मुकाबले राज्य के कद्दावर नेता के रूप में पार्टी के सामने अपनी छवि भी बनाना चाहते हैं.

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जयपुर में कांग्रेस की ‘महंगाई हटाओ’ रैली का आयोजन ऐसे समय में किया जा रहा है, जब देश में कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील (यूपीए) का भाजपा समेत उसके घटक दल ही विरोध करते दिखाई दे रहे हैं. इस महीने की शुरुआत में ही कांग्रेस के कई कद्दावर नेता पार्टी छोड़कर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए. इसके साथ ही, इसी दौरान मुंबई की यात्रा पर गईं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार से मुलाकात के बाद यूपीए को नकारने वाला बयान दे दिया था.

एनसीपी के प्रमुख शरद पवार से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी से संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान ही इस बात का ऐलान कर दिया था कि देश में कोई यूपीए नहीं है. भाजपा और पीएम मोदी का मुकाबला करने के लिए थर्ड फ्रंट बनाया जाएगा. हालांकि, उनके इस बयान के बाद महाराष्ट्र में महाअघाड़ी का घटक दल और सत्ताधारी पार्टी शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में प्रकाशित लेख में यह कहकर मामले को शांत करने की कोशिश की कि देश की सबसे पुरानी पार्टी के बिना किसी तीसरे फ्रंट के गठन का विचार ही नहीं किया जा सकता. राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में यूपीए को नकारने और थर्ड फ्रंट के गठन की चर्चा के बीच रविवार को जयपुर में होने वाली ‘महंगाई हटाओ’ महारैली को अहम कांग्रेस के लिए अहम माना जा रहा है.

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