34.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

Monkeypox किन लोगों में सबसे ज्यादा फैलने का डर, जानें बचाव के तरीके

कोरोना वायरस महामारी के दौरान एक और महामारी बनकर उबरे मंकीपॉक्स का प्रकोप भी थमने का नाम नहीं ले रहा है. यह खतराक वायरस अब तक 60 से ज्यादा देशों में फैल गया है. मई की शुरुआत से, दुनिया भर में मंकीपॉक्स के 23,000 से अधिक मामले सामने आए हैं.

मंकीपॉक्स अब तक का सबसे बड़ा वैश्विक प्रकोप है. ब्रिटेन, स्पेन, जर्मनी, फ्रांस, अमेरिका और ब्राजील समेत 78 देशों में अब मामले सामने आए हैं. प्रकोप के पैमाने को देखते हुए, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अब मौजूदा मंकीपॉक्स महामारी को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है.

अध्ययन के अनुसार किसपे ज्यादा खतरा

मंकीपॉक्स किसी को भी हो सकता है, वर्तमान प्रकोप यौन रूप से सक्रिय समलैंगिक, उभयलिंगी और अन्य पुरुषों को प्रभावित कर रहा है जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं. वास्तव में, हमारे हालिया अध्ययन जिसमें प्रकोप की शुरुआत के बाद से 528 मंकीपॉक्स संक्रमणों को देखा गया, उन्होंने ने पाया कि इनमें से 98 प्रतिशत संक्रमण इस समूह में हुए थे.

Also Read:
Depression से जूझ रहे व्यक्ति को कैसे दे पॉजिटिव वाइब्स,भारत में कितने प्रतिशत डिप्रेसिव के मरीज़

मंकीपॉक्स के लक्षण

मंकीपॉक्स के लक्षण चेहरे,पीठ,हाथों और पैरों पर छाले के रूप में दिखाई देने लगते हैं . कुछ अलग लक्षण भी है मंकीपॉक्स के जैसे की मुंह के अंदर भी दर्दनाक घावों का होना. ज्यादा तर लोगों में यह रोग आमतौर पर दो से तीन सप्ताह के भीतर ख़तम हो जाता है. मंकीपॉक्स संक्रमित व्यक्ति के निकट शारीरिक संपर्क से फैलता है. आमतौर पर इसका मतलब है त्वचा से त्वचा का संपर्क, विशेष रूप से बीमारी के कारण होने वाले चकत्ते और त्वचा के घावों के संपर्क में आना. लेकिन यह सांस की बड़ी बूंदों (जैसे खांसने और छींकने) से भी फैल सकता है. यह संक्रमित व्यक्ति के घावों के संपर्क में आने वाली चादर, तौलिये या अन्य कपड़ों के संपर्क में आने से भी फैल सकता है. हम जानते हैं कि वायरस सतहों पर लंबे समय तक बना रह सकता है – कभी-कभी कई हफ्तों तक.

90 प्रतिशत से अधिक नमूनों में पाया गया ये

अध्ययन के अनुसार, अब तक 95 प्रतिशत मंकीपॉक्स संक्रमण यौन संपर्क के परिणामस्वरूप फैले थे. हमारे अध्ययन में शामिल लगभग 95 प्रतिशत लोगों में दाने थे, जो ज्यादातर जेनिटल्ज़ पर होते थे.हमारे शोध से यह भी पता चला कि हमारे द्वारा परीक्षण किए गए वीर्य के 90 प्रतिशत से अधिक नमूनों में मंकीपॉक्स वायरस पाया गया था. हालाँकि, हम अभी तक यह नहीं जानते हैं कि वायरस संक्रामक है या नहीं. लकिन यह सब समझा जा सकता है कि वायरस मुख्य रूप से पुरुषों के माध्यम से क्यों फैल रहा है जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं.यह जोर देने योग्य है कि वायरस किसी संक्रमित व्यक्ति के घावों या सांस की बड़ी बूंदों के संपर्क में आने से फैल सकता है.

सुरक्षा प्रदान करना

कई देश यौन सक्रिय समलैंगिक और उभयलिंगी पुरुषों को टीकाकरण की शुरुआत कर रहे हैं, शोध से पता चलता है कि टीका संक्रमण से लगभग 85 प्रतिशत सुरक्षा प्रदान कर सकता है. यदि मंकीपॉक्स के संपर्क में आने के चार से 14 दिनों के बीच टिका दिया जाता है, तो टीका संभावित रूप से रोग के लक्षणों को कम कर सकता है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें