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हर घर तक पहुंचायेंगे बापू के विचार : सीएम

राजकुमार शुक्ल के गांव में चंपारण स्मृति समारोह गौनाहा (पचं) : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज हम सभी को गांधी जी के विचारों को अपनाने की जरूरत है. सौ साल पहले चंपारण से जिस सत्याग्रह की शुरुआत हुई, उस विचारधारा से हमें नयी पीढ़ी को अवगत कराना है. इसके लिए पूरे साल गांधी […]

राजकुमार शुक्ल के गांव में चंपारण स्मृति समारोह
गौनाहा (पचं) : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज हम सभी को गांधी जी के विचारों को अपनाने की जरूरत है. सौ साल पहले चंपारण से जिस सत्याग्रह की शुरुआत हुई, उस विचारधारा से हमें नयी पीढ़ी को अवगत कराना है. इसके लिए पूरे साल गांधी के जीवन पर आधारित कार्यक्रम होंगे. विरासत यात्रा निकलेगी. गांव-गांव तक रथयात्रा जायेगी. इसमें गांधी के विचारों पर आधारित फिल्में दिखायी जायेंगी. बापू तेरे द्वार कार्यक्रम के तहत इस साल राज्य के सभी घरों तक दस्तक देकर उनके विचार पहुंचाये जायेंगे.
15 से 20% भी नयी पीढ़ी ने यदि गांधी के विचारों काे अपना लिया, तो नि:संदेह अामूल-चूल परिवर्तन होगा. यह बड़ी उपलब्धि होगी. मुख्यमंत्री गुरुवार को गौनाहा प्रखंड के मुरलीभरहवा गांव में आयोजित चंपारण सत्याग्रह स्मृति समारोह के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे. इसके पूर्व उन्होंने पंडित राजकुमार शुक्ल की जीवनी पर आधारित लघु नाटिका पंडित शुक्ल का भगीरथ प्रयास के मंचन को देखा.
अपने 28 मिनट के संबोधन में उन्होंने गांधी जी और चंपारण सत्याग्रह का जिक्र किया. राजकुमार शुक्ल की धरती को नमन कर अपने संबोधन की शुरुआत की. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ही के दिन सौ साल पहले बापू मुरलीभरहवा गांव राजकुमार शुक्ल जी बुलावे पर पहुंचे थे.
यह हमारा सौभाग्य है कि पूरे सौ साल बाद हम यहां मौजूद हैं.
सौ साल पहले यहां किसानों पर अत्याचार होते थे. तमाम तरह के टैक्स वसूले जाते थे. पंडित शुक्ल जी का खेत व घर तक तहस-नहस कर दिया गया था. इसके बाद महात्मा गांधी पटना, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेतिया होते हुए मुरलीभरहवा गांव तक पहुंचे. किसानों की स्थिति देखी. बयान लिये. इसके बाद चंपारण किसानों के हित में कानून बना, जो सत्याग्रह की पहली जीत थी. इस चंपारण सत्याग्रह के 30 साल बाद ही सत्याग्रह की ऐसी आंधी चली कि देश आजाद हो गया.
नारी सशक्तीकरण की दिशा में बढ़ रही सरकार
सीएम ने कहा कि आज समाज में जो कलह, कटुता, असहिष्णुता का माहौल है, उसे दूर करने के लिए गांधी के विचार होना बेहद जरूरी है. गांधी जी ने बुनियादी स्कूल खोल शिक्षा देने का संदेश चंपारण में दिया. आज बालिका शिक्षा, साइकिल योजना लागू कर सरकार ने गांधी के इस संदेश को अपनाया. गांधी जी नशामुक्ति की बात करते थे, आज बिहार में पूर्ण रूप से शराबबंदी है. गांधी जी ने नारी सशक्तीकरण का पाठ पढ़ाया. आज बिहार में महिलाओं को राजनीति में 50 फीसदी व नौकरी में 35 फीसदी आरक्षण देकर सरकार नारी सशक्तीकरण की दिशा में बढ़ रही है.
उन्होंने कहा कि अब कुरीतियों पर भी चोट करने का समय आ गया है. हम दहेजबंदी व बाल विवाह जागरूकता के माध्यम से खत्म करने की दिशा में बढ़ रहे हैं. इसमें जीविका की दीदियों का सहयोग बेहद जरूरी है. मुख्यमंत्री ने शराबबंदी के बाद हुई न्याय यात्रा का जिक्र करते हुए उनसे मिली एक महिला की आपबीती भी बतायी. कहा कि यात्रा के दौरान उनसे एक महिला मिली. उसने शराबबंदी को लेकर धन्यवाद दिया. महिला ने हमसे कहा कि पहले हमारे पति शराब पीकर आते थे.
मारपीट करते थे. चिडचिड़े रहते थे. अब शराबबंदी के बाद वह सब्जी लेकर घर आते हैं. प्यार बांटते हैं. खुश रहते हैं. चेहरे पर खुशी झलकती है. इसके पूर्व कार्यक्रम की शुभारंभ महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप जला कर किया गया.
पूरे देश के सेनानी आये पटना, सम्मानित कर महसूस हुआ गर्व
मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 अप्रैल से चंपारण सत्याग्रह समारोह की शुरुआत हुई. इस दिन पटना में देश भर के गांधीवादी आये. गांधी जी की पौत्री तारा गांधी, पौत्र तुषार गांधी व अन्य गांधी जी के परिवार के वह सभी सक्रिय सदस्य हैं, जो समाजसेवा में हैं. सभी आये. 17 अप्रैल को देश भर के सेनानियों को पटना में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति भी आये.
90 साल 100 साल के वयोवृद्ध सेनानी व उनके परिजन पटना तक पहुंचे. सम्मान पाकर उनकी आंखों में जो चमक दिखी, उसे देख गर्व महसूस हुआ. सीएम ने कहा कि 18 अप्रैल को मोतिहारी में आठ किमी पदयात्रा कर उस ऐतिहासिक दिन को हम सभी ने याद किया. आज 27 अप्रैल को भी वह ऐतिहासिक दिन है. जब इस गांव में गांधी जी पहुंचे थे.
साल के अंत तक खुले में शौच से मुक्त होगा चंपारण
सीएम ने कहा कि गांधी जी स्वच्छता प्रेमी थे. वह जहां भी पहुंचे, वहां स्वच्छता का संदेश दिया. उनके इस विचार से प्रेरित होकर सरकार चंपारण को इस साल के अंत तक खुले में शौच से मुक्त करने की दिशा में बढ़ रही है. सात निश्चय के तहत हर घर शौचालय, हर घर मुफ्त बिजली का कनेक्शन, हर गली नाली सड़क बनेगी. इसमें पंडित राजकुमार शुक्ल के गांव मुरलीभरहवा को प्राथमिकता दी जायेगी.
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी, गन्ना उद्योग मंत्री खुर्शेद आलम, खाद्य उपभोक्ता मंत्री मदन सहनी, विधायक विनय वर्मा, विनय बिहारी, राघवशरण पांडेय, भागीरथी देवी, मुख्य सचिव अंजनी सिंह, सरकार के सचिव चंचल सिंह समेत अन्य जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे.

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