36.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

”देना बैंक और विजया बैंक के बाद फिलहाल किसी और सरकारी बैंक का नहीं होगा विलय”

नयी दिल्ली : सरकार फिलहाल सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय के किसी अन्य प्रस्ताव पर विचार नहीं कर रही. फिलहाल, वह देना बैंक और विजया बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) के साथ विलय पूरा होने का इंतजार करेगी. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक […]

नयी दिल्ली : सरकार फिलहाल सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय के किसी अन्य प्रस्ताव पर विचार नहीं कर रही. फिलहाल, वह देना बैंक और विजया बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) के साथ विलय पूरा होने का इंतजार करेगी. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक सृजित करने के लिए पिछले महीने इन तीनों बैंकों के विलय को मंजूरी दी.

सूत्रों के अनुसार, विलय प्रक्रिया तय कार्यक्रम के अनुसार आगे बढ़ रही है. इन तीनों बैंकों के विलय प्रक्रिया मुकम्मल होने के बाद ही ऐसे अन्य किसी प्रस्ताव पर विचार किया जायेगा. पिछले महीने तीनों बैंकों के निदेशक मंडल ने प्रस्तावित विलय के लिए शेयर अदला-बदली अनुपात को मंजूरी दी. बीओबी द्वारा घोषित विलय योजना के तहत विजया बैंक के शेयरधारकों को 1,000 शेयर के बदले बैंक ऑफ बड़ौदा के 402 इक्विटी शेयर मिलेंगे.

वहीं, देना बैंक को 1,000 शेयर के बदले बीओबी के 110 शेयर मिलेंगे. योजना एक अप्रैल से अमल में आयेगी. यह पहला मौका है, जब देश में तीन बैंकों का विलय हो रहा है. इस विलय के बाद संयुक्त इकाई का कारोबार 14.82 लाख करोड़ रुपये होगा और स्टेट बैंक तथा आईसीआईसीआई बैंक के बाद तीसरा सबसे बड़ा बैंक होगा. इस विलय के बाद सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की संख्या घटकर 18 पर आ जायेगी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें