पिछले दिनों मैंने सक्सेस सीढ़ी में कैंडी क्रश खेलने की बात लिखी थी, इस पर कुछ पाठकों ने अपना अनुभव बताया है. एक महिला ने बताया कि उनके पति ने कुछ दिनों पहले ही यह गेम खेलना शुरू किया है. इसे शुरू करने के पहले ही उनके पति ने उनसे और बेटे से वादा किया था कि वे रविवार को उन्हें घुमाने ले जायेंगे, लेकिन इस रविवार वे पूरा दिन कैंडी क्रश खेलते रहे. वे इस गेम के इतने आदी हो चुके हैं कि देर रात तक यही खेलते रहते हैं. फोन चार्जिंग पर लगा कर उसके पास ही सो जाते हैं. गेम खेलने के लिए अगर उनकी लाइफ (दोबारा वह लेवल पार करने का मौका) खत्म हो जाती है, तो उसे दोस्तों से मांगते हैं.
दूसरी तरफ उनके दोस्त भी रात-रात भर यही खेलते हैं. वे भी तुरंत लाइफ भेज देते हैं. इस तरह दोनों एक-दूसरे को लाइफ भेजते रहते हैं और कैंडी क्रश खेलते रहते हैं. रविवार की सुबह उठते ही उन्होंने फोन में यह खेलना शुरू कर दिया. हजार बार कहने पर वे नहाने गये. तंग आ कर मैंने खाना घर पर ही बना लिया. वे खाना खाते वक्त भी गेम खेलते रहे. आखिरकार शाम को मेरा पारा चढ़ गया.
हमारा झगड़ा हो गया. बेटे के रोने पर वे तैयार हुए और हम सब मॉल में शॉपिंग करने पहुंचे. मैं वहां शॉपिंग करती रही और वे हाथ में मोबाइल लिए कैंडी क्रश खेलते हुए ट्रॉली लेकर मेरे साथ-साथ चलते रहे. मैं किसी भी चीज को खरीदने के बारे में उनसे राय लेती, तो वे हां-हूं में जवाब देते. घर आ कर भी बिना ड्रेस चेंज किये, वे मोबाइल ले कर फिर बैठ गये. आप अंदाजा लगा सकती हैं कि मेरा रविवार कितना बुरा बीता होगा.
पाठक द्वारा भेजे गये इस मेल को पढ़ कर सचमुच मुझे बहुत बुरा लगा. आप उस व्यक्ति की स्थिति का अंदाजा नहीं लगा सकते, जो चाहता है कि उनका जीवनसाथी उन्हें समय दे, उनसे बातें करे और जीवनसाथी है कि कैंडी क्रश खेल रहा होता है. कई बार हम अपनेआप में इतना खो जाते हैं कि हमें आसपास वालों की परवाह ही नहीं होती. मोबाइल के आदी हो चुके लोगों को इस बारे में गंभीरता से सोचना होगा, वरना रिश्ते इसी तरह बिखरते चले जायेंगे.
* बात पते की…
– हमें यह समझना होगा कि ये एंड्रॉयड गेम्स, सोशल साइट्स हमारे टाइमपास के लिए हैं. इसके लिए अपने जरूरी काम छोड़ना मूर्खता है.
– गेम्स को इतना अहम न बना दें कि सबसे करीबी लोग भी आपसे दूर चले जायें. गेम की वजह से आप फैमिली के साथ कई अच्छे पल खो रहे हैं.