श्री भट्टाचार्य ने करीमुल के सम्मान में कहा कि बीते 20 सालों से करीमुल जिस तरह मानव सेवा का काम कर रहे हैं, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. करीमुल नयी पीढ़ी के लिए एक आदर्श हैं. इस दौरान करीमुल ने भी अपनी अनोखी बाइक एंबुलेंस को स्टेडियम के चारों ओर चक्कर लगाकर प्रदर्शन किया. इस अनोखी एंबुलेंस को देख शहरवासी भी आश्चर्यचकित हो उठे.
आमलोगों ने उत्साह के साथ उनका स्वागत किया. यहां उल्लेखनीय है कि करीमुल हक को उत्कृष्ठ मानव सेवा के लिए बीते महीने ही गणतंत्र दिवस के दिन पर उन्हें पद्मश्री से सम्मानित करने का केंद्र सरकार ने निर्णय लिया है. करीमुल जलपाईगुड़ी जिले के माल ब्लॉक के राजाडांगा के रहनेवाले हैं. वह बीते दो दशक से अपनी बाइक को एंबुलेंस बनाकर मरीजों को अस्पताल पहुंचाने की निःस्वार्थ सेवा करते हैं. उन्होंने यह सेवा 1998 से शुरू की. वह फिलहाल सुबर्नपुर चाय बागान में चार हजार रूपये तनख्वाह में मामूली नौकरी करते हैं.