इस मामले में संज्ञान लेते हुए उपायुक्त ने डीडीसी लातेहार को जांच कर कार्रवाई सुनिश्चित करने का आदेश भी दिया था. उप विकास आयुक्त ने उक्त मामले जांच की है. जांच प्रतिवेदन में कहा गया है कि संविदा पद पर कार्यरत डैम तारापद कोइरी व एसआइटी बंधु उरांव द्वारा पांच दिनी प्रशिक्षण के दौरान सहियाओं के लिए बुनियादी सुविधा भी उपलब्ध नहीं कराया गया था.
प्रथम दृष्टया दोनों कर्मी दोषी पाये गये थे. डीडीसी लातेहार पत्रांक 1107 दिनांक 26 मई 2017 के आलोक में उक्त दोनों की संविदा समाप्त करने की अनुशंसा की थी. जांच प्रतिवेदन के आलोक में उपायुक्त ने सिविल सर्जन लातेहार को दिये गये मंतव्य के आधार पर तीन दिनों के अंदर कार्रवाई का निर्देश दिया था. बावजूद दोनों संविदा कर्मी पर अब तक कार्रवाई नहीं हुई है. सहियाओं ने उक्त मामले को महिला आयोग व लोकायुक्त तक ले जाने की बात कही है.