पटना: महज 10 दिन उम्र नवजात बच्ची के लिए अपने पराये और पराये अपने बन गये हैं. मंगलवार को प्रभात खबर में खबर छपने के बाद भी उसके कठोर माता-पिता का दिल तो नहीं पसीजा लेकिन उसे अपनाने के लिए बड़ी संख्या में लोग पीएमसीएच सामने आये.
किसी ने पीएमसीएच प्रशासन से फोन कर तो किसी ने मिल कर बच्ची को गोद लेने की इच्छा जतायी. पीएमसीएच के प्रिंसिपल एसएन सिन्हा की माने तो बच्ची को लेकर प्रयास भारती व पादरी की हवेली जैसी संस्थान के अलावा हाई कोर्ट के वकील व दिल्ली में काम करने वाले पत्रकार ने भी बच्ची को लेने की बात कहीं.
इसके अलावा तीन दर्जन फोन भी आये मगर उनमें बच्ची के माता-पिता न तो फोन ही किये और नहीं सामने मिलने आये. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि फिलहाल बच्ची के माता-पिता के आने का इंतजार कर रही है अगर नहीं आते हैं तो बच्ची को पूरे नियम से देंगे, ताकि बच्ची की परवरिश बेहतर हो सके. गौरतलब है कि पीएमसीएच के टाटा वार्ड में मंगलवार की सुबह साढ़े नौ बजे एक 10 दिन की लावारिस बच्ची को छोड़ कर उसके माता-पिता भाग गये थे. जिसे अस्पताल प्रशासन शिशु विभाग में रखे हुए है.