25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

ऑनलाइन शॉपिंग का बढ़ा क्रेज, बाजार मुट्ठी में लाया स्मार्टफोन

मुट्ठी में बंद स्मार्टफोन ने पूरे बाजार को हमारी जेब में पहुंचा दिया है. इस चलन को ई-शॉपिंग का नाम दिया गया है. सेलफोन से लेकर एलक्ष्डी टीवी, कपड़े से लेकर ज्वेलरी और फर्नीचर से लेकर बरतन तक उपलब्ध हैं. आज कहां पहुंच चुका है यह बाजार.. और क्या है इसका भविष्य, आइए जानें – […]

मुट्ठी में बंद स्मार्टफोन ने पूरे बाजार को हमारी जेब में पहुंचा दिया है. इस चलन को ई-शॉपिंग का नाम दिया गया है. सेलफोन से लेकर एलक्ष्डी टीवी, कपड़े से लेकर ज्वेलरी और फर्नीचर से लेकर बरतन तक उपलब्ध हैं. आज कहां पहुंच चुका है यह बाजार.. और क्या है इसका भविष्य, आइए जानें –

सेंट्रल डेस्क

उंगली के एक टच या क्लिक से आप जिस उपभोक्तावाद के जन्नत में पहुंच जाते हैं, उसे ई-शॉपिंग या ई-बाजार कहते हैं. चाहे आप ऑफिस में हों या घर पर, एयरपोर्ट पर हों या बस स्टॉप पर, यह बाजार आपके लिए हरदम और हमेशा खुला है. चाहे बाहरी दुनिया में हम महंगाई का रोना रोयें, लेकिन ऑनलाइन शॉपिंग की अर्थव्यवस्था का ग्राफ दिनोंदिन ऊपर चढ़ता ही जा रहा है. इंटरनेट एंड मोबाइल एसोशिएशन ऑफ इंडिया व केपीएमजी की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में ई-बाजार का कारोबार 9 अरब 50 करोड़ डॉलर का है, जिसके इस साल के अंत तक 12 अरब 60 करोड़ डॉलर और अगले साल, यानी 2015 तक 20 अरब डॉलर हो जाने की उम्मीद है. यही नहीं, आशा यह भी जतायी जा रही है कि 2020 तक यह देश की जीडीपी में चार प्रतिशत का योगदान देने लगेगा.

इसी क्रम में यह भी जिक्र करना जरूरी हो जाता है कि अमेजन, अलीबाबा, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील जैसी ई-शॉपिंग जगत की दिग्गज कंपनियां समय-समय पर ग्राहकों को लुभाने के लिए सेल लगाती हैं. इसमें लोगों को खासा उत्साह नजर आता है और इसका नतीजा यह होता है कि एक दिन में इनकी कमाई सारे रिकॉर्डस तोड़ देती है. इस साल 6 अक्तूबर को देसी कंपनी फ्लिपकार्ट ने ‘बिग बिलियन डे’ के नाम से सेल लगायी थी, जिसमें उसने एक अरब हिट्स के साथ 600 करोड़ रुपये का कारोबार किया.

वहीं, दुनिया की नंबर एक ई-शॉपिंग की चीनी कंपनी अलीबाबा डॉट कॉम ने 11 नवंबर को आयोजित अपने ‘सिंगल्स डे’ सेल में पहले एक घंटे के भीतर 2 बिलियन डॉलर यानी करीब 12, 300 करोड़ रुपये का सामान बेच कर एक नया कीर्तिमान बनाया.

ऐसा नहीं है कि देश में ई-शॉपिंग बाजारों का चलन केवल शहरों में फल-फूल रहा है. स्मार्टफोन के जरिये सस्ते इंटरनेट की आसान पहुंच ने इसका आधार छोटे शहरों में भी मजबूत किया है. बैठे-बैठे सामानों की विस्तृत वेराइटी, जबरदस्त छूट, अन्य ब्रांड्स के साथ उसकी तुलना, सामान पसंद न आने पर उसे वापस करने का आसान विकल्प, कैश ऑन डिलीवरी और इएमआइ की सुविधा ने ई-बाजार को और लोकप्रियता दिलायी है. रिसर्च फर्म फॉरेस्टर ने अपनी रिपोर्ट ‘ऑनलाइन रिटेल फोरकास्ट, 2013 से 2018’ में कहा है कि इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले केवल 14 प्रतिशत भारतीय (लगभग 3.5 करोड़) ऑनलाइन खरीदारी करते हैं.

लेकिन रिपोर्ट यह भी कहती है कि 2018 तक इनकी संख्या बढ़ कर 12.8 करोड़ हो जायेगी. फॉरेस्टर ने यह भी कहा कि भारत का ई-कॉमर्स बाजार 2013 में 13 अरब डॉलर के बराबर था, जिसमें 70 फीसदी से ज्यादा लेन-देन ऑनलाइन ट्रैवल से जुड़ा था. 2013 में ई-रिटेल बिक्र ी 1.6 अरब डॉलर थी.

इंटरनेट को भारत में आये अभी दो दशक ही हुए हैं और ई-कॉमर्स तो और भी नया है. वैसे, इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं के मामले में भारत का स्थान दुनिया भर में तीसरा है, लेकिन यहां ई-बाजार का भविष्य मोबाइल के हाथों में है. मार्केट रिसर्च संस्था आइडीसी के एक अध्ययन मुताबिक, भारत में स्मार्टफोन का बाजार 40 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है. इस बात को भारत में ई-बाजार के सभी खिलाड़ी मानते हैं कि भविष्य स्मार्टफोन का है. मार्केट रिसर्च फर्म आइडीसी के मुताबिक, भारत में लगभग 90 करोड़ मोबाइल फोन हैं और इस साल की शुरु आत में इनमें से करीब 30 प्रतिशत स्मार्टफोन थे.

और इनमें वृद्धि 2013 की पहली तिमाही से वृद्धि की दर 186 प्रतिशत है. आइडीसी ने यह भी उम्मीद जतायी है कि भारत का स्मार्टफोन बाजार अगले पांच सालों में 40 प्रतिशत की दर से बढ़ेगा. इस मामले में यह कहा जा सकता है कि ई-बाजार भले ही सफलता के झंडे गाड़ रहा है, लेकिन इसकी सफलता का भविष्य मोबाइल पर ही टिका है. ई-बाजार को अपनी पूरी पैठ बनाने के लिए अभी और समय लगेगा. इसकी वजह यह है कि भारत में अब भी इंटरनेट डाटा महंगा है और इसकी स्पीड कम. बहरहाल, इस क्षेत्र में बड़ी-बड़ी कंपनियां विदेशी निवेश के साथ उतर रहीं हैं, तो ऐसे में कुल मिला कर फायदा ग्राहकों का ही है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें