भोपाल : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा है कि उन्हें अपने अधिकार पाने के लिए संघर्ष करना होगा और इसके बिना कोई भी उन्हें अधिकार देने वाला नहीं है. राहुल गांधी आज मध्यप्रदेश दो दिवसीय यात्र के अंतिम दिन यहां चुनिंदा पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से कहा कि उनको अपना हक लेने के लिए संघर्ष करना होगा, बिना इसके कोई भी उन्हें यह हक देने वाला नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि मुझे लगता है, कांग्रेस न तो राहुल गांधी की है और न ही आप लोगों की है. यह तो पूरे हिन्दुस्तान की पार्टी है, जो आजादी के संघर्ष से तपकर बनी है.’’ इस साल नवंबर में होने वाले मध्यप्रदेश विधानसभा तथा अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के संदर्भ में राहुल ने टिकट वितरण का उल्लेख किए बिना कहा कि सभी निर्णय आलाकमान पर छोड़ने की परंपरा त्यागना होगी और पार्टी के लिए भी यह अच्छा होगा कि सभी प्रकार के निर्णय राज्य स्तर पर लिए जाएं. उन्होंने कहा कि एक समय था, जब समाज के सभी वर्ग, जिनमें अल्पसंख्यक, आदिवासी, कमजोर तबका, पिछड़ा वर्ग शामिल है, कांग्रेस के साथ थे, लेकिन अब वह पार्टी से दूर हो गया है. हमें ऐसे सभी प्रयास करने होंगे, जिससे हमसे दूर गए सभी वर्ग फिर से साथ आ सकें.
पार्टी उपाध्यक्ष ने कहा कि पिछले दो विधानसभा चुनाव 2003 एवं 2008 में की गई गलतियों से पार्टी को सबक सीखने की आवश्यकता है. इस साल मध्यप्रदेश में होने वाला विधानसभा चुनाव एकजुटता के साथ लड़ना होगा, क्योंकि हममें जीतने की क्षमता है. राहुल ने यहां अपने सभी कार्यक्रम पूरे किए, लेकिन उन्हें लोकसभा में जारी हुए पार्टी व्हिप की वजह से समय से लगभग पांच घंटे पहले नई दिल्ली के लिए रवाना होना पड़ा.