लाहौर : पाकिस्तान के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा है कि पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ अपने खुद के कार्यों को लेकर संकट में हैं और उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा. सूचना मंत्री परवेज राशिद ने कहा कि 70 वर्षीय मुशर्रफ शरीर से स्वस्थ हैं लेकिन उन्होंने फैसला लेने की क्षमता खो दी है.
राशिद ने कल लाहौर में एक कार्यक्रम में शरीक होने के बाद कहा, ‘‘अस्पताल उनके लिए एक बंद गली बन गई है. यदि मुशर्रफ बाहर आते हैं तो उन्हें अदालत का सामना करना पड़ेगा जबकि अस्पताल में रहते हैं तो चिकित्सक उनका ऑपरेशन करेंगे और टांके लगाएंगे.’’ पूर्व तानाशाह के खिलाफ देशद्रोह के मुकदमे की सुनवाई कर रही विशेष अदालत में कल सौंपी गई एक रिपोर्ट के मुताबिक मुशर्रफ ने पाकिस्तान में सजर्री कराने से इनकार कर दिया और वह इलाज के लिए विदेश जाना चाहते हैं.
मुशर्रफ के निर्वासन की संभावना पर मंत्री ने कहा कि कानून और संविधान सर्वोच्च और समान हैं. राशिद ने कहा, ‘‘कानून में इस बात के लिए कोई जगह नहीं है कि कोई दोषी बगैर मुकदमा चले देश छोड़ कर निकल जाए.’’ मुशर्रफ को कानून का सामना करना होगा. तीन न्यायाधीशों की सदस्यता वाली विशेष अदालत ने मुकदमे की सुनवाई 29 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दी है.
संविधान का उल्लंघन करने और नवंबर 2007 में आपातकाल लगाने को लेकर मुशर्रफ देशद्रोह के आरोपों का सामना कर रहे हैं. इस बारे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि मुशर्रफ अपने खराब स्वास्थ्य के बहाने इलाज के लिए पाकिस्तान से बाहर जाने की इजाजत मांगेंगे.