न्यूयार्क : वरिष्ठ भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े ने अपने खिलाफ वीजा धोखाधड़ी मामले को सुलझाने के लिए अर्जी पर जारी चर्चा का सार्वजनिक तौर पर खुलासा करने के लिए अमेरिकी अटॉर्नी प्रीत भरारा की निंदा की है और कहा है कि यह ‘‘परेशान करने वाला सुनियोजित कदम’’ है जिससे स्थिति और बिगड़ेगी.
देवायानी ने कहा कि दोनों पक्ष अर्जी पर चर्चाओं को सार्वजनिक नहीं करने पर सहमत हुए थे। देवायानी के वकील डेनियल अरशक ने भरारा को एक मजबूत जवाब दिया है जिसने मजिस्ट्रेट जज सारा नेटवर्न को पत्र लिखकर कहा था कि उन्होंने उचित मापदंडों का उल्लेख किया है जो मुद्दे का समाधान कर सकते हैं.
देवयानी ने अपने खिलाफ मामले में अभियोग दायर करने की समयसीमा 13 जनवरी तय होने के मद्देनजर उसे यह कहते हुए एक महीने बढ़ाने का अनुरोध किया था कि तिथि का ‘‘आसन्न दबाव’’ पक्षों के बीच की अर्थपूर्ण चर्चा की क्षमता को प्रभावित कर रहा है.
यद्यपि देवयानी की अर्जी का अभियोजन ने विरोध किया है.
अमेरिका ने गत माह कहा था कि वह देवयानी के खिलाफ मामले में आगे बढ़ रहा है और उसका मामले को वापस लेने का कोई इरादा नहीं है.